लोकसभा चुनाव 2024 का अंतिम चरण
1 जून 2024 को लोकसभा चुनाव का सातवां और अंतिम चरण पूरा हो रहा है। इस अंतिम चरण में कुल 57 सीटों के लिए मतदान हो रहा है जो सात राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में फैले हुए हैं। इस चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कुल 904 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
इस चरण के परिणाम कितने महत्वपूर्ण होंगे, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रमुख नेता और उम्मीदवार इन क्षेत्रों में जोर-शोर से प्रचार कर रहे थे। चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अन्य प्रमुख नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी के पक्ष में जोरदार रैलियां और सभाएं कीं।
एग्जिट पोल का महत्व
एग्जिट पोल एक प्रकार के जनमत संग्रह होते हैं जो मतदान समाप्ति के तुरंत बाद आयोजित किए जाते हैं। इन सर्वेक्षणों का उद्देश्य मतदाताओं के वास्तविक मतदान के बाद उनकी राय जानना होता है। यह पता लगाने की कोशिश की जाती है कि किस पार्टी को कितनी सीटें मिल सकती हैं और अगली सरकार कौन बना सकता है।
चुनाव आयोग की गाइडलाइंस के अनुसार, एग्जिट पोल के नतीजों को अंतिम मतदान के 30 मिनट बाद तक नहीं प्रकाशित किया जा सकता। इसका उद्देश्य है कि मतदान प्रक्रिया में कोई भी बाधा न आए और निष्पक्षता बनी रहे।
एग्जिट पोल के इतिहास और उनका महत्व
भारत में एग्जिट पोल का इतिहास काफी पुराना है। सबसे पहला एग्जिट पोल साल 1957 में आयोजित किया गया था। तब से लेकर अब तक एग्जिट पोल की सटीकता में लगातार सुधार हुआ है। 2019 के लोकसभा चुनावों में, एग्जिट पोल्स ने एनडीए के लिए 285 सीटों की भविष्वाणी की थी, जबकि वास्तविकता में एनडीए ने 353 सीटें जीतीं थीं। वहीं 2014 के चुनावों में, एग्जिट पोल ने एनडीए के लिए 257-340 सीटों की भविष्यवाणी की थी और वे 336 सीटें जीतने में सफल रहे।
एग्जिट पोल से पता चलता है कि जनता मतदाताओं की क्या सोच है और वे किस दिशा में वोट कर रहे हैं। हालांकि, एग्जिट पोल हमेशा सटीक नहीं होते, फिर भी इनसे एक सामान्य तस्वीर अवश्य मिलती है कि चुनावी परिणाम किस दिशा में जा सकते हैं।
एग्जिट पोल के परिणाम देखने का समय और स्थान
इस बार एग्जिट पोल के परिणाम 1 जून की शाम 6:30 बजे से आना शुरू हो जाएंगे। इसे आप टीवी चैनलों और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर देख सकते हैं। कई चैनल पहले से ही अपने विशेष चुनाव कार्यक्रम के तहत एग्जिट पोल दिखाना शुरू कर चुके हैं।
टीवी पर आप प्रमुख भारतीय न्यूज़ चैनलों जैसे आज तक, इंडिया टीवी, सीएनएन औरटाइम, एनडीटीवी, और कई अन्य पर एग्जिट पोल के परिणाम देख सकते हैं। इसके साथ ही, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे ट्विटर, फेसबुक, और यूट्यूब पर भी एग्जिट पोल के लाइव अपडेट्स मिलते रहेंगे।
एग्जिट पोल से सम्बंधित विवाद और निष्पक्षता
एग्जिट पोल हमेशा से ही विवादों में रहे हैं। कई बार उनकी सटीकता पर सवाल उठाए जाते रहे हैं। यह देखा गया है कि अलग-अलग एजेंसियों के एग्जिट पोल में बड़े अंतर होते हैं। इसलिए इनकी सटीकता पर पूरी तरह विश्वास नहीं किया जा सकता।
चुनाव आयोग भी एग्जिट पोल के प्रकाशन पर सख्ती से नजर रखता है ताकि चुनाव प्रक्रिया में निष्पक्षता बनी रहे। चुनाव के अंतिम चरण से पहले एग्जिट पोल प्रकाशित करने पर प्रतिबंध होता है जिससे मतदाताओं पर इसका कोई असर न पड़े।
हालांकि एग्जिट पोल चुनाव परिणाम का अंतिम निर्णय नहीं होते, लेकिन यह जनता और राजनीतिक पार्टियों के लिए एक महत्वपूर्ण दिशा निर्देशक होते हैं।