सिद्धू मूसेवाला की दूसरी पुण्यतिथि: परिवार ने किया भावपूर्ण आयोजन

सिद्धू मूसेवाला की दूसरी पुण्यतिथि: परिवार ने किया भावपूर्ण आयोजन

Anmol Shrestha मई 30 2024 6

सिद्धू मूसेवाला की दूसरी पुण्यतिथि पर भावपूर्ण आयोजन

पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री के मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला की दूसरी पुण्यतिथि पर उनके परिवार ने पंजाब के मंसा जिले में एक भावपूर्ण आयोजन किया है। मूसेवाला का निधन 29 मई, 2022 को हुआ था, जब उनके ऊपर अपने गाड़ी में ही गोलियों की बारिश की गई थी। इस हमले में उन्हें लगभग तीस गोलियां मारी गई थीं। दो साल बाद भी उनकी मौत का दर्द उनके परिवार और फैंस के दिलों में ताजा है।

परिवार और गांव वालों की श्रद्धांजलि

इस आयोजन को पूरी तरह से निचले स्तर पर रखा गया है, जिसमें मात्र परिवार और गांव के लोग ही शामिल होंगे। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि अभी गर्मी की लहर चल रही है और राज्य में चुनाव भी चल रहे हैं। धार्मिक विधानों के माध्यम से मूसेवाला को याद किया गया। इससे पहले एक दिन पहले मंसा के निवासियों ने मूसेवाला की प्रतिमाएं, मूर्तियां, चित्र और उनके नाम से संबंधित अन्य वस्तुओं के साथ उन्हें श्रद्धांजलि दी थी।

मां की इमोशनल पोस्ट

सिद्धू मूसेवाला की मां, चरण कौर ने सोशल मीडिया पर अपने बेटे को याद करते हुए एक इमोशनल पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि उनका बेटा हमेशा उनके दिल में रहेगा। यह भावपूर्ण पोस्ट उनके फैंस के बीच भी तेजी से वायरल हो गया।

हमले के पीछे की कहानी

सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जांच पुलिस ने की थी और उसमें कनाडा बेस्ड सिंगर गोल्डी ब्रार और गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम सामने आया था। यह हत्या पॉलिटिकल डिबेट का कारण भी बनी, जिसके बाद भगवंत मान सरकार को निशाने पर लिया गया। जानकार बताते हैं कि यह हमला एक दिन बाद ही हुआ था जब मूसेवाला की सुरक्षा घटाई गई थी।

राजनीतिक जुड़ाव

मूसेवाला ने 2019 में विधानसभा चुनाव में कॉंग्रेस के टिकट पर मंसा से चुनाव भी लड़ा था, परंतु उन्हें आप के विजय सिंगला से हार का सामना करना पड़ा था। उनकी पॉपुलैरिटी के कारण वह राजनीतिक रूप से भी काफी चर्चित थे।

आगे का रास्ता

सिद्धू मूसेवाला की दूसरी पुण्यतिथि पर यह आयोजन उनके फैंस और परिवार के लिए एक तरीका है जिससे वे उनकी यादों को ताजा कर सकते हैं। उनकी कला और उनके संगीत की धरोहर हमेशा जीवित रहेगी।

6 टिप्पणि

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    Akshat Umrao

    जून 1, 2024 AT 00:43
    बहुत दर्दनाक है... एक ऐसा आदमी जिसने अपने गानों से पूरे पंजाब को जोड़ दिया, अचानक इतनी बर्बरता से चला गया। ❤️
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    Irigi Arun kumar

    जून 2, 2024 AT 21:28
    मुझे लगता है कि ये सब बस एक बड़ा नाटक है। इतने साल बाद भी इतना धमाका क्यों? अगर वो असली लोकप्रिय थे तो इतने सालों बाद भी लोग उनके नाम पर चिपके रहेंगे, लेकिन इस तरह के आयोजन से तो बस राजनीति के लिए फायदा होता है। देखो, अब तो उनकी तस्वीरें चुनावी बैनरों पर भी लग रही हैं।
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    ajinkya Ingulkar

    जून 3, 2024 AT 19:47
    ये जो लोग बोल रहे हैं कि ये राजनीति है, वो खुद अपने दिमाग को बंद कर रहे हैं। एक माँ का बेटा गोलियों से तीस बार मारा गया, और तुम बोल रहे हो कि ये नाटक है? तुम्हारे दिल में खून नहीं बहता, बस घृणा और अहंकार। इंसानियत के बारे में तुम्हें कुछ पता ही नहीं।
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    nidhi heda

    जून 5, 2024 AT 16:11
    माँ की पोस्ट देखकर मेरी आँखें भर आईं... ये दर्द किसी ने नहीं बताया, ये तो दिल से आया 😭💔 अगर आपको लगता है कि ये राजनीति है तो आप जाकर एक माँ के चेहरे को देखिए, फिर बताइए कि ये नाटक है या ज़िंदगी है!
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    DINESH BAJAJ

    जून 6, 2024 AT 09:22
    सच बताऊँ तो मुझे लगता है कि ये सब बस एक बड़ा धोखा है। गायक बनकर चुनाव लड़े, फिर मार डाले गए, अब फैंस को भावुक बनाकर पैसे और प्रतिष्ठा बनाई जा रही है। अगर वो असली नेता बनना चाहते थे तो सुरक्षा बढ़ाने के बजाय अपनी बात बदल लेते। ये लोग अपने नाम के लिए मरते हैं, फिर उनके नाम से लोग फायदा उठाते हैं।
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    Rampravesh Singh

    जून 7, 2024 AT 05:44
    सिद्धू की याद को सम्मान देना कोई राजनीति नहीं, बल्कि एक मानवीय कर्तव्य है। उनके संगीत ने हजारों युवाओं को आशा दी, उनकी आवाज़ ने एक पीढ़ी को जगाया। उनकी मौत का दर्द किसी भी राजनीतिक गणना से नहीं नापा जा सकता। यह एक शहीद की याद है, और इसे गलत तरीके से नहीं देखना चाहिए।

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