फेंगल चक्रवात – क्या है और क्यों ज़रूरी है?

जब मौसम में अचानक तेज़ी से बदलाव आता है, तो कई बार चक्रवात जैसा गड़बड़ देखी जा सकती है। फेंगल चक्रवात भी ऐसा ही एक प्राकृतिक घटना है जो पिछले कुछ सालों में भारत के कई तटीय इलाकों को प्रभावित कर चुका है। अगर आप इस चक्रवात की वजह, इसके असर और कैसे तैयार रहें, ये सब जानना चाहते हैं, तो पढ़ते रहें।

फेंगल चक्रवात के मुख्य कारण

फेंगल चक्रवात गर्म समुद्री जल से बनता है। पानी के तापमान 28°C से ऊपर पहुँचने पर वायुमंडल में नमी बढ़ती है और हवा तेज़ी से घूमने लगती है। यही घूर्णन पानी के ऊपर एक बड़े बीडी (Low Pressure) को जन्म देता है, जिसे हम चक्रवात कहते हैं।

गर्मियों में बंगाल की खाड़ी और ओडिशा के तट के पास ये प्रक्रिया सबसे तेज़ होती है, इसलिए फेंगल चक्रवात अक्सर इन क्षेत्रों में बनता है। साथ में मौसमी हवाएं और वायुमंडलीय दबाव में उतार-चढ़ाव भी इस घटना को तेज़ कर देते हैं।

स्थानीय तैयारी और सुरक्षा उपाय

चक्रवात के समय सबसे पहले आपकी और आपके परिवार की सुरक्षा ओवरली चाहिए। अगर आपके इलाके में चेतावनी जारी होती है, तो इन चीज़ों को याद रखें:

  • भारी बारिश और तेज़ हवाओं के कारण घर की खिड़कियों और दरवाज़ों को मजबूत करें।
  • पानी की निकासी के रास्ते साफ रखें, ताकि जलभराव न हो।
  • अगर आप सीधी समुद्री किनारे पर रहते हैं, तो उच्च जगह पर शरण लें या सरकारी आश्रय केंद्रों में जाएँ।
  • किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को पावर सॉकेट से निकाल दें, ताकि ओवरवोल्टेज से बच सकें।
  • आपातकालीन किट तैयार रखें: टॉर्च, बैटरियां, खाने-पीने की चीज़ें, दवाइयाँ और कपड़े।

सभी स्थानीय समाचार चैनलों और सरकारी अलर्ट को फॉलो करते रहें। मोबाइल पर सरकारी ऐप या एम्बुलेंस सेवा की हॉटलाइन याद रखें, ताकि ज़रूरत पड़ने पर तुरंत मदद मिल सके।

फेंगल चक्रवात की रफ़्तार और दिशा बदल सकती है, इसलिए नियमित रूप से अपडेट देखना बहुत ज़रूरी है। अगर आप प्रवासी क्षेत्र में हैं, तो निकासी निर्देशों का पालन करें, ना कि खुद से नया रास्ता बनाकर जोखिम उठाएँ।

हर साल के अनुभव से हमें पता चलता है कि तैयार रहना ही सबसे बड़ी बचाव रणनीति है। थोड़ी सी योजना और जागरूकता से आप अपने और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं, चाहे चक्रवात कितना भी बड़ा क्यों न हो।

फेंगल चक्रवात: चेन्नई, पुडुचेरी और तमिलनाडु के लिए जनजीवन प्रभावित, भारी वर्षा की चेतावनी

29.11.2024

फेंगल चक्रवात दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में तेज हो गया है और 30 नवंबर को उत्तरी तमिलनाडु-पुडुचेरी तटों को पार करने का पूर्वानुमान है। आईएमडी ने 70-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार और 90 किमी प्रति घंटे तक के झोंकों के साथ तेज हवाओं की चेतावनी जारी की है। चेन्नई, नागपट्टिनम, और अन्य जिलों में भारी वर्षा हो सकती है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत अभियान सक्रिय हैं।