उपचार – ताज़ा ख़बरें और आसान टिप्स

आप यहां देखेंगे कि आजकल कौन‑से उपचार ट्रेंड में हैं, कौन‑से घर के नुस्खे काम करते हैं और डॉक्टर किस दवा की सलाह दे रहे हैं। जल्दी‑से पढ़िए, क्योंकि सही इलाज जानना हमेशा फायदेमंद होता है।

घर में उपलब्ध साधारण उपचार

भले ही ऑनलाइन अपॉइंटमेंट आसान है, लेकिन कई बार आपके पास पहले से ही वही चीज़ें होती हैं जिससे रूम में आराम मिल सकता है। जैसे हल्दी‑अदरक के मिश्रण से जुकाम के लक्षण घटते हैं, या गर्म पानी में नमक घोलने से गले की खराश सुधारती है। ये उपाय सस्ते हैं और किसी भी दवा की तरह साइड इफ़ेक्ट नहीं देते।

अगर पेट में गैस या अपच है, तो एक चम्मच जायफल पाउडर और आधा गिलास पानी मिलाकर पीएँ। कई लोग इसको रोज़ाना उपयोग में लाते हैं और बड़े फ़र्क को महसूस करते हैं। इसी तरह, नींबू का रस थोड़ा शहद के साथ मिक्स करने से त्वचा पर छोटे‑छोटे दाग‑धब्बे जल्दी निकलते हैं। यह नुस्खा खास कर उन लोगों को पसंद आता है जो बहुत सारे क्रीम नहीं इस्तेमाल करना चाहते।

डॉक्टर की सिफ़ारिशें और नई दवाइयाँ

डॉक्टर अब कई बार पारंपरिक और आधुनिक दवाओं को मिलाकर इलाज की सलाह देते हैं। उदाहरण के तौर पर, टाइप‑2 डायबिटीज़ वाले रोगियों को अब सिर्फ दवा नहीं, बल्कि जीवनशैली में बदलाव भी जरूरी माना जाता है। नियमित व्यायाम, कम तेल वाला भोजन और मीठे को कंट्रोल करने से दवा की डोज़ कम हो सकती है।

नीकलीन (Nikelin) जैसी नई दवाइयाँ जो एंटी‑इन्फ्लेमेटरी प्रभाव देती हैं, अब कैंसर रोगियों में दर्द कम करने के लिए इस्तेमाल की जा रही हैं। डॉक्टर अक्सर कहते हैं कि दवा लेते समय भोजन के साथ या बिना लेना, दवा के लेबल पर लिखी सलाह के अनुसार ही होना चाहिए। इससे असर बढ़ता है और साइड‑इफ़ेक्ट कम होते हैं।

अगर आप किसी खास बीमारी के बारे में जानना चाहते हैं, तो हमारा टॅग पेज "उपचार" में कई लेख संग्रहित हैं। यहाँ आप निदान, दवा, फॉलो‑अप और रिव्यू के बारे में पूरा विवरण पा सकते हैं। पढ़ते रहिए, और सही जानकारी से ही बेहतर स्वास्थ्य की राह चुनिए।

जीका वायरस की पूरी जानकारी: लक्षण, उपचार और रोकथाम की रणनीतियाँ

5.07.2024

जीका वायरस मच्छरजनित बीमारी है जो संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलती है। इसके लक्षणों में बुखार, चकत्ते, नेत्रशोथ, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द, सिरदर्द और थकान शामिल हैं। गर्भवती महिलाओं में इस वायरस का संक्रमण गंभीर जन्म दोषों का कारण बन सकता है। इसका निदान प्रयोगशाला परीक्षणों के माध्यम से किया जाता है और इसका विशेष उपचार नहीं है। रोकथाम के उपायों में मच्छर काटने से बचाव शामिल है।