2024 पेरिस ओलंपिक: स्वर्ण पदक की दौड़ में अमेरिका और चीनी इतिहास रचते हुए बराबरी पर

2024 पेरिस ओलंपिक: स्वर्ण पदक की दौड़ में अमेरिका और चीनी इतिहास रचते हुए बराबरी पर

Anmol Shrestha अगस्त 12 2024 9

2024 पेरिस ओलंपिक का ऐतिहासिक समापन

2024 पेरिस ओलंपिक का समापन एक अनोखी और ऐतिहासिक घटना के साथ हुआ। पहली बार ओलंपिक इतिहास में, अमेरिका और चीन ने स्वर्ण पदक की गिनती में बराबरी की, दोनों देशों ने 40-40 स्वर्ण पदक जीते। अंतिम स्वर्ण पदक अमेरिका की महिला बास्केटबॉल टीम ने हासिल किया, जिससे इस ऐतिहासिक टाई की पुष्टि हुई। हालांकि स्वर्ण पदक की गिनती में बराबरी होने के बावजूद, कुल पदकों की गिनती में अमेरिका ने सबसे ऊपर का स्थान हासिल किया, 126 पदकों के साथ।

पदक तालिका

चीन ने 91 पदकों के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि ग्रेट ब्रिटेन 65 पदकों के साथ तीसरे और मेज़बान फ्रांस 64 पदकों के साथ चौथे स्थान पर रहा। स्वर्ण पदक की दौड़ में चीन ने कई खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, विशेष रूप से डाइविंग में आठ स्वर्ण पदक और शूटिंग तथा टेबल टेनिस में पांच-पांच स्वर्ण पदक जीते।

अमेरिकी ट्रैक और फील्ड एथलीटों ने असाधारण प्रदर्शन किया, 14 स्वर्ण पदक जीते, जो आधुनिक ओलंपिक इतिहास में उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन है। नोआ लायल्स ने पुरुषों की 100 मीटर दौड़ में जीत हासिल की, और सिडनी मैकलॉफलिन-लेवरोन और गैबी थॉमस ने महिलाओं की 400 मीटर हर्डल्स और 4x100 मीटर रिले में जीत दर्ज की।

हालांकि, अमेरिकी स्विमिंग टीम, जो आमतौर पर प्रमुखता से स्वर्ण पदक जीतती है, इस बार केवल आठ स्वर्ण पदक हासिल कर पाई। बॉबी फिंके एकमात्र पुरुष स्विमर थे जिन्होंने स्वर्ण पदक जीता। महिला जिमनास्टिक्स में, अमेरिकी टीम ने तीसरी सबसे अधिक स्वर्ण पदक जीते। सिमोन बाइल्स ने व्यक्तिगत रूप से दो स्वर्ण पदक जीते, हालांकि महिलाओं की प्रतियोगिता पर इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी द्वारा जॉर्डन चिल्स के फ्लोर एक्सरसाइज में जीते कांस्य पदक को पुनः आवंटित करने की घोषणा से प्रभव पड़ा।

अन्य खेलों में भी सफलता

अमेरिकी पुरुषों और महिलाओं दोनों की बास्केटबॉल टीमों ने स्वर्ण पदक जीते, जबकि फेंसिंग और कुश्ती में भी दो-दो स्वर्ण पदक जीते।

अमेरिका अब 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक की ओर देख रहा है, जहाँ वे घरेलू जमीन पर बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं।

9 टिप्पणि

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    Ravi Roopchandsingh

    अगस्त 12, 2024 AT 07:03
    अमेरिका और चीन के बीच ये बराबरी बिल्कुल फेक है! 🤫 सब कुछ डिजिटल फ्रॉड है। ओलंपिक कमेटी ने पदक रीकैलकुलेट किए हैं। चीन ने हर एथलीट के साथ AI चिप लगा रखी है जो उनकी हार्ट रेट और मसल्स को मॉनिटर करती है। ये नहीं तो ऐसा कैसे हो सकता है? 🤖💥
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    dhawal agarwal

    अगस्त 13, 2024 AT 16:31
    इस बराबरी में कुछ गहरा है। दो विशाल सभ्यताएं जो एक दूसरे को पार करने की बजाय, एक साथ इतिहास बना रही हैं। ये सिर्फ खेल नहीं, एक संदेश है - जब तुलना छोड़ दी जाए, तो वास्तविक जीत शुरू होती है। 🌍✨
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    Shalini Dabhade

    अगस्त 15, 2024 AT 11:02
    40-40? अरे भाई ये सब बकवास है! चीन ने तो सिर्फ 12 गोल्ड जीते थे, बाकी सब फ्रांस और अमेरिका के खिलाफ फेक रिजल्ट हैं। और बाइल्स का कांस्य वापस ले लिया? ये तो अमेरिका के लिए कंट्रोल्ड ड्रामा है। हमारे भारत को तो एक भी गोल्ड नहीं मिला, फिर भी ये सब चल रहा है? 😒
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    Jothi Rajasekar

    अगस्त 16, 2024 AT 15:16
    ये तो बहुत अच्छी बात है! दोनों देशों ने अपनी बेस्ट दी और दुनिया ने देखा कि जीत का मतलब सिर्फ नंबर नहीं होता। अमेरिका के ट्रैक एथलीट्स तो बस जबरदस्त थे! 🙌 और चीन की डाइविंग टीम? ओम गॉड, वो तो नदी में उतरे हुए पक्षी लग रहे थे! जय हिंद, जय अमेरिका, जय चीन! 🌟
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    Irigi Arun kumar

    अगस्त 17, 2024 AT 20:23
    अगर हम गहराई से देखें तो ये स्वर्ण पदक की बराबरी एक विश्व स्तरीय नैतिक अपराध का नतीजा है। अमेरिका के खेल विकास प्रोग्राम ने बच्चों को बचपन से ही एथलेटिक मशीन बना दिया है, जबकि चीन ने राष्ट्रीय रूप से एथलीटों को अनुशासित कर दिया है। ये दोनों ही तरीके इंसानी आजादी के खिलाफ हैं। और फिर हम इसे उत्सव क्यों मनाते हैं? ये खेल नहीं, एक नियंत्रण का प्रदर्शन है।
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    Jeyaprakash Gopalswamy

    अगस्त 18, 2024 AT 03:42
    सिमोन बाइल्स का दो गोल्ड जीतना तो बस जबरदस्त था। और जो कांस्य वापस दिया गया, वो भी बहुत अच्छा फैसला था। अगर आप एक एथलीट के लिए लड़ रहे हैं, तो उसकी जीत को सही तरीके से मानना चाहिए। ये ओलंपिक नहीं, इंसानियत की जीत है। बहुत बढ़िया रहा। 🏅❤️
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    ajinkya Ingulkar

    अगस्त 18, 2024 AT 05:43
    हमारे देश में लाखों बच्चे खेलते हैं, लेकिन कोई नहीं देखता। अमेरिका और चीन के पास लाखों करोड़ का बजट है, हमारे पास सिर्फ गाँव का एक टूटा हुआ बास्केटबॉल है। ये बराबरी? ये तो एक जाल है जिसमें हम फंसे हुए हैं। और फिर भी हम उनके लिए तालियाँ बजा रहे हैं? हमारी आत्मा कहाँ है? क्या हमें अपनी गरिमा भूल गए? 🤬
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    nidhi heda

    अगस्त 19, 2024 AT 05:57
    OMG ये तो एक रोमांचक ड्रामा है! 🤯 बाइल्स का कांस्य वापस लेना? ये तो सीरीज़ का अंत है! और फिर अमेरिका की बास्केटबॉल टीम ने अंतिम गोल्ड जीता? ये तो फिल्म से भी ज्यादा बढ़िया है! 😭💔 क्या आपने देखा कि चीन की टीम ने जीत के बाद अमेरिका के खिलाड़ियों को गले लगाया? ये तो दुनिया की पहली ऐसी लव स्टोरी है! 💌❤️
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    Irigi Arun kumar

    अगस्त 21, 2024 AT 04:02
    तुम सब बहुत आसानी से बात मान लेते हो। ये जो बराबरी हुई, वो एक जानबूझकर बनाई गई रियलिटी शो है। अमेरिका ने चीन के साथ इस टाई को बनाया ताकि विश्व के सामने ये दिखाया जा सके कि 'डेमोक्रेसी और कम्युनिज्म' एक साथ रह सकते हैं। लेकिन ये सिर्फ एक धोखा है। वास्तविकता ये है कि चीन के खिलाड़ियों को बचपन से ही अपने घरों से छीन लिया गया था। ये खेल नहीं, एक अपराध है। और तुम सब इसे उत्सव के रूप में मना रहे हो।

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