भारतीय क्रिकेट टीम के चयन में यशस्वी जायसवाल की एंट्री और सिराज का बाहर होना
भारतीय क्रिकेट टीम ने अपनी आगामी योजनाओं के तहत 2025 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी और इंग्लैंड के खिलाफ तीन वनडे मैचों की श्रृंखला के लिए टीम की घोषणा की है। यशस्वी जायसवाल का चयन महत्वपूर्ण चर्चाओं में रहा, वहीं मुहम्मद सिराज को बाहर करने का निर्णय व्यापक बिंदुओं के दायरे में देखा जा रहा है।
यशस्वी जायसवाल की फॉर्म और उनका चयन
यशस्वी जायसवाल, जिन्होंने हाल ही में अपनी बल्लेबाजी से सबका दिल जीता, का चयन टीम में एक ताजगी लाने जैसा माना जा रहा है। पिछले कुछ महीनों में उन्होंने जिस तरह से खेल दिखाया है, उसने चयनकर्ताओं को उनकी ओर आकर्षित किया। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 391 रन 43.44 के औसत से बनाकर खुद को साबित किया। इसके साथ ही, टी20 अंतरराष्ट्रीय में उनके प्रदर्शन ने एक नई ऊर्जा के साथ उन्हें भारतीय क्रिकेट के आगामी सितारे के रूप में उभारा है।
उनकी बल्लेबाजी शैली और आक्रामकता को देखते हुए, उन्हें कप्तान रोहित शर्मा और उपकप्तान शुभमन गिल के बाद तीसरा ओपनर बनाया गया है। यह चयन जायसवाल के लिए एक बड़ा अवसर है, जो उन्हें वनडे क्रिकेट में अपने प्रदर्शन की गुणवत्तापूर्ण भेजने का मौका देता है।
मुहम्मद सिराज का बहिष्कार और रोहित शर्मा की सफाई
मुहम्मद सिराज का टीम से बाहर होना कुछ प्रशंसकों के लिए एक अचरज की बात रही। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने सिराज को बाहर रखने के निर्णय के पीछे कारण को विस्तृत किया। रोहित ने कहा कि जिस संयोजन पर टीम विचार कर रही थी, उसमें सिराज नए गेंद के साथ बहुत अधिक प्रभावी भूमिका नहीं निभा पाते। जबकि मोहम्मद शमी की वापसी के बाद, सिराज के प्रभाव को कम होने की संभावना थी। हालांकि, रोहित ने यह भी साफ किया कि यदि टीम चार तेज गेंदबाजों को लेकर जाने का विचार करती, तो सिराज सबसे प्रबल दावेदार होते।
अर्शदीप सिंह का चयन सिराज पर इसलिए हुआ क्योंकि टीम को ऐसा गेंदबाज चाहिए था जो न केवल प्रारंभिक ओवरों में बल्कि डेथ ओवरों में भी प्रभावी हो सके। यह चयन विशेष रूप से जसप्रीत बुमराह की फिटनेस के संशय को केंद्र में रखते हुए हुआ।
टीम का संतुलन और भविष्य की दिशा
भविष्य के दृष्टिकोण से देखें तो इस चयन प्रक्रिया ने एक नई दिशा प्रदत्त की है। भारतीय टीम के चयन में संतुलन, गति, और खेल की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यशस्वी और अर्शदीप जैसे युवा खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जा रही है। 2025 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम दुबई में खेलेंगे क्योंकि सरकार ने पाकिस्तान में खेलने से मना कर दिया है।
भारतीय टीम में कप्तान रोहित शर्मा, उपकप्तान शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल, हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, अर्षदीप सिंह, यशस्वी जायसवाल, ऋषभ पंत, और रवींद्र जडेजा शामिल हैं। हार्षित राणा को इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए बुमराह के विकल्प के रूप में चुना गया है।
dharani a
जनवरी 19, 2025 AT 16:10हमें युवाओं को मौका देना होगा।
Vinaya Pillai
जनवरी 21, 2025 AT 05:00पहले जैसे गेंदबाजी करते थे, अब तो बस बैठे रहते हैं।
हमारी टीम को फिट और तेज गेंदबाज चाहिए, न कि बस नाम के लिए।
mahesh krishnan
जनवरी 22, 2025 AT 22:22इस चयन में बहुत गलतियाँ हैं।
Deepti Chadda
जनवरी 23, 2025 AT 02:56Anjali Sati
जनवरी 24, 2025 AT 09:44सिराज को बाहर करना बेकार की बात है। बुमराह की जगह अभी भी खाली है।
Preeti Bathla
जनवरी 26, 2025 AT 01:05हमारी टीम में अब कोई भी असली गेंदबाज नहीं है।
बुमराह फिट होगा तो बचेगा नहीं, वरना तो अभी से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए थी।
Aayush ladha
जनवरी 26, 2025 AT 18:15और सिराज को बाहर करने का फैसला? ये टीम तो अब बस नामों की बाजी खेल रही है।
Rahul Rock
जनवरी 27, 2025 AT 00:05यशस्वी की बल्लेबाजी अच्छी है, लेकिन उसे ओपनर बनाने के बजाय उसे नंबर 4 पर देखें।
सिराज को बाहर करना एक बड़ी गलती हो सकती है। उनका अनुभव अभी भी बहुत काम आएगा।
हमें अपने खिलाड़ियों को अलग-अलग तरीके से देखना चाहिए।
Annapurna Bhongir
जनवरी 27, 2025 AT 08:20यशस्वी भी ठीक है।
बस इतना ही।
PRATIKHYA SWAIN
जनवरी 27, 2025 AT 09:25MAYANK PRAKASH
जनवरी 28, 2025 AT 18:26सिराज के बारे में तो बहुत बातें हो रही हैं, लेकिन अर्शदीप ने अपना काम अच्छे से किया है।
हमें भविष्य की ओर देखना होगा। अब नए खिलाड़ियों को आगे बढ़ने दो।