BJP ने 2022 में मनिपुर विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की, 32 सीटें लेकर सत्ता में बनी

BJP ने 2022 में मनिपुर विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की, 32 सीटें लेकर सत्ता में बनी

Anmol Shrestha सितंबर 27 2025 19

मनिपुर में 2022 के विधान सभा चुनावों का नतीजा देश के राजनीतिक माइक्रो‑मैप में एक अहम मोड़ बन गया। भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) ने 60 में से 32 सीटें पकड़ीं, जिससे वह दो लगातार अवधि तक राज्य का शासन संभाल सके। इस जीत ने न सिर्फ पार्टी के विकास मॉडल को सुदृढ़ किया, बल्कि उत्तर‑पूर्वी भारत में पार्टी की पकड़ को भी नया स्तर दिया।

परिणाम का विस्तृत विश्लेषण

चुनाव दो चरणों में हुए: पहला चरण 28 फरवरी को 38 निर्वाचन क्षेत्रों में और दूसरा चरण 5 मार्च को शेष 22 क्षेत्रों में। दोनों चरणों में वोटर टर्नआउट 88.69% से 89.06% के बीच रहा, जो भारतीय चुनावों में अब तक के सबसे ऊँचे परिदर्शनों में से एक है। उच्च टर्नआउट इंगित करता है कि मतदाता बड़े पैमाने पर राजनीति में जुड़ा हुआ था और उनके लिए आशाएँ व चिंताएं बराबर थीं।

बीजेपी की जीत का सबसे बड़ा कारण शायद उनका विकास और सुरक्षा पर जोर था। पिछले पांच सालों में राज्य में कई सड़क, हस्पताल और शैक्षिक संस्थानों का निर्माण हुआ, साथ ही सुरक्षा व्यवस्था में सुधार के कारण बांग्ला-स्पेयरिंग जैसी समस्याएं घट रही थीं। इन उपलब्धियों को मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने चुनाव अभियानों में मारक तौर पर पेश किया। बीरेन सिंह ने अपना बहुमत‑भरा जीत हासिल किया, जहाँ उन्होंने कांग्रेस के पंगेइजाम एस सिंह को भारी अंतर से हराया। यह व्यक्तिगत जीत, पार्टी की पूरी रणनीति का प्रतिबिंब थी।

मुख्य विपक्षी कांग्रेस ने केवल 5 सीटें जीतीं, जो पिछले चुनावों की तुलना में काफी गिरावट दर्शाती है। इस परिणाम से पार्टी की संगठनात्मक कमजोरी और मतदाता वर्ग में भरोसे की कमी स्पष्ट हुई। दूसरी ओर, राष्ट्रीय पीपिल्स पार्टी (NPP) ने 7 सीटें लेकर अपने प्रभाव को स्थायी किया, जबकि जनता दल (यूनाइटेड) ने 6 और नागा पीप्ल्स फ्रंट (NPF) ने 5 सीटें हासिल कीं। इंडिपेंडेंट उम्मीदवारों ने 3 सीटें जीतीं और कुकी पीपल्स एलायंस ने 2 सीटें हासिल कर अपना क्षेत्रीय महत्व दिखाया।

राजनीतिक प्रभाव और भविष्य की दिशा

राजनीतिक प्रभाव और भविष्य की दिशा

बीजेपी की जीत ने उत्तर‑पूर्व में पार्टी की रणनीति को और सुदृढ़ किया। गृह मंत्री अमित शाह ने इस परिणाम को "विकास और सुरक्षा के मॉडल का प्रमाण" कहा। इन शब्दों में यह संकेत है कि भविष्य में पार्टी अधिक बुनियादी ढांचा योजनाओं, डिजिटल कनेक्टिविटी और सामाजिक कल्याण पहल के माध्यम से क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने की सोच रही है।

मनिपुर का रणनीतिक महत्व भी बहुत बड़ा है। यह राज्य भारत‑चीन सीमा के पास स्थित है, जहां सुरक्षा और बुनियादी ढांचे की जरूरतें विशेष रूप से अहम हैं। लगातार सत्ता में रहने से नीतियों में निरंतरता बनी रहेगी, जिससे दीर्घकालिक विकास परियोजनाएं कम बाधा के साथ आगे बढ़ेंगी।

दूसरी ओर, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को अब अपनी रणनीति को पुनः परखना पड़ेगा। गठबंधन बनाकर या स्थानीय मुद्दों पर फोकस करके ही वे अगली बार अपना स्थान दोबारा हासिल कर सकते हैं। विशेषकर कश्मीरी, कुझ, नागा और अन्य जनजातीय समुदायों के सवालों को गंभीरता से उठाना आवश्यक होगा, क्योंकि ये समूह चुनाव में गठबंधन की कुंजी हो सकते हैं।

अंत में, मनिपुर के 12वें विधान सभा की शुरुआत हो चुकी है और बीजेपी की सरकार ने विकास के नए एजेंडे की घोषणा की है। जल, सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने की बात कही गई है, साथ ही सुरक्षा की स्थिति को और सुदृढ़ करने का इरादा है। यदि यह योजनाएं सफलतापूर्वक लागू हो पाईं, तो राज्य आगे के चुनावों में भी भाजपा के साथ ही आगे बढ़ सकता है।

19 टिप्पणि

  • Image placeholder

    PRATIKHYA SWAIN

    सितंबर 28, 2025 AT 04:06

    बीजेपी ने कमाल किया। बस इतना ही।

  • Image placeholder

    Jinky Palitang

    सितंबर 29, 2025 AT 07:28

    अरे भाई ये टर्नआउट 89% है क्या? मनिपुर में तो बस बाजार जाने के लिए भी इतना लोग निकलते हैं 😅 अब तो वोट देने के लिए भी लाइन लग जाती है।

  • Image placeholder

    Sandeep Kashyap

    सितंबर 30, 2025 AT 01:16

    ये जीत सिर्फ बीजेपी की नहीं, पूरे उत्तर-पूर्व की है! जब तक हम अपने विकास के लिए आंखें बंद नहीं कर देते, तब तक ये राज्य आगे बढ़ता रहेगा। मुख्यमंत्री ने वास्तव में लोगों की आवाज़ सुनी है।

  • Image placeholder

    Aashna Chakravarty

    सितंबर 30, 2025 AT 06:57

    अरे ये सब झूठ है भाई! बीजेपी ने कोई विकास नहीं किया, बस अमित शाह ने कुछ रुपये बांटे और फिर टीवी पर फिल्म बना दी। असल में तो मनिपुर में अब एक भी अस्पताल नहीं बना जो बिजली से चले। और बांग्ला-स्पेयरिंग? वो तो अब भी चल रही है, बस अखबारों में नहीं दिख रही।

  • Image placeholder

    Kashish Sheikh

    अक्तूबर 1, 2025 AT 11:29

    बहुत अच्छा लगा 😊 असल में जब कोई राज्य अपने लोगों के लिए काम करता है तो लोग उसे समझ जाते हैं। बीजेपी ने ये दिखाया कि विकास और सुरक्षा से लोग जुड़ते हैं। अब बाकी दलों को भी इसी राह पर चलना चाहिए 🙏

  • Image placeholder

    dharani a

    अक्तूबर 2, 2025 AT 20:33

    कांग्रेस की जगह नागा पीपल्स फ्रंट और कुकी पीपल्स एलायंस ने भी अच्छा किया। अगर तुम लोगों को लगता है कि बीजेपी ने अकेले सब कुछ किया है तो तुम गलत हो। स्थानीय दलों ने भी बहुत कुछ किया। ये सब एक साथ मिलकर चल रहा है।

  • Image placeholder

    Vinaya Pillai

    अक्तूबर 3, 2025 AT 11:46

    हम्म... विकास का नाम लेकर बस फोटो शूट करवा दिया और फिर जैसे तैसे चल दिया। असली बात ये है कि अब तक किसी ने जनजातीय भूमि के अधिकारों के बारे में बात नहीं की। बीजेपी ने तो बस नए सड़कों की तस्वीरें डाल दीं।

  • Image placeholder

    mahesh krishnan

    अक्तूबर 3, 2025 AT 23:09

    बीजेपी ने जीत ली तो अच्छा हुआ। कांग्रेस बस बोलता रहता है। कुछ नहीं करता। जिसने काम किया वो जीता। बाकी सब बस बातें करते रहे।

  • Image placeholder

    Deepti Chadda

    अक्तूबर 4, 2025 AT 10:14

    बीजेपी ने अपने लोगों को राष्ट्र के लिए जगाया! अब तो ये जीत भारत के लिए जीत है। उत्तर-पूर्व अब अलग नहीं रहेगा। अब तो ये हिस्सा है हमारे भारत का 🇮🇳

  • Image placeholder

    Anjali Sati

    अक्तूबर 5, 2025 AT 00:46

    जीत तो हुई लेकिन असली सवाल ये है कि अब ये सब विकास कहाँ गया? अभी तक कोई भी गाँव में डिजिटल कनेक्टिविटी नहीं आई। बस शहरों में फोटो लगाए गए।

  • Image placeholder

    Preeti Bathla

    अक्तूबर 6, 2025 AT 01:24

    अरे ये सब बस नज़र आने वाली चीज़ें हैं। असली बात ये है कि बीजेपी ने जनजातीय लोगों को अपनी राजनीति में कैसे शामिल किया? उनकी भाषा, उनकी जमीन, उनकी पहचान - कुछ भी नहीं बदला। बस चुनाव में जीत गए।

  • Image placeholder

    Aayush ladha

    अक्तूबर 7, 2025 AT 05:36

    अगर बीजेपी ने जीत ली तो ये तो बहुत अच्छी बात है... लेकिन अगर कांग्रेस जीतती तो ये बहुत बुरी बात होती। इसलिए बीजेपी की जीत अच्छी है।

  • Image placeholder

    Rahul Rock

    अक्तूबर 7, 2025 AT 22:50

    हम सब इस बात पर ध्यान नहीं दे रहे कि ये जीत किसकी है? बीजेपी की? या लोगों की? जब एक राज्य इतना ऊंचा टर्नआउट देता है, तो ये लोगों की आवाज़ है। बीजेपी ने सिर्फ उसे सुन लिया। बाकी दलों को तो अपने बच्चों के साथ खेलने का समय नहीं मिला।

  • Image placeholder

    Annapurna Bhongir

    अक्तूबर 9, 2025 AT 10:28

    जीत तो हुई अच्छी। लेकिन अब देखना होगा कि क्या वादे पूरे होते हैं।

  • Image placeholder

    MAYANK PRAKASH

    अक्तूबर 10, 2025 AT 16:35

    मनिपुर में लोग बहुत समझदार हैं। उन्होंने अपने लिए सही फैसला किया। बीजेपी की जीत का मतलब ये नहीं कि बाकी दल बर्बाद हैं। बस अब उन्हें और बेहतर तरीके से काम करना होगा।

  • Image placeholder

    Akash Mackwan

    अक्तूबर 11, 2025 AT 01:41

    ये सब बस एक नाटक है। बीजेपी ने बस अमित शाह के नाम के साथ टीवी पर ब्रांडिंग की। विकास? क्या विकास? जब तक एक गाँव में बिजली नहीं आएगी, तब तक ये सब बस बातों का ढेर है।

  • Image placeholder

    Amar Sirohi

    अक्तूबर 12, 2025 AT 05:33

    अगर हम इस जीत को राष्ट्रीय एकता का प्रतीक मानें तो ये एक बहुत बड़ी गलती होगी। क्योंकि एकता का मतलब ये नहीं कि सब एक जैसे हो जाएं। एकता का मतलब है कि हर अलगता को सम्मान मिले। मनिपुर के जनजातीय समुदायों को उनकी भाषा, उनकी जमीन, उनकी पहचान देना ही असली विकास है। बस सड़कें बनाने से कुछ नहीं होता।

  • Image placeholder

    Nagesh Yerunkar

    अक्तूबर 12, 2025 AT 11:34

    मैं नहीं जानता कि आप लोग इसे कैसे देख रहे हैं। लेकिन यह जीत एक ऐतिहासिक घटना है। एक ऐसा राज्य जहाँ आज तक राजनीति बाहरी शक्तियों के आधार पर चलती थी, अब अपने लोगों के लिए एक निर्णय ले रहा है। यह भारत की ताकत है। यह एक विजय है। और इसका अर्थ है कि आज भारत एक है।

  • Image placeholder

    Daxesh Patel

    अक्तूबर 13, 2025 AT 10:30

    बस एक बात बताओ - जिन लोगों ने बीजेपी को वोट दिया, उनमें से कितने ने असली विकास के बारे में जाना था? या बस टीवी पर देखा था? वोटर टर्नआउट ज्यादा होना अच्छा है, लेकिन जागरूकता भी जरूरी है।

एक टिप्पणी लिखें