सप्लीमेंटरी परीक्षा 2025 – आपका आसान गाइड
क्या आपको मुख्य परीक्षा में पास नहीं हो पाई? फिर भी आगे की पढ़ाई में रुकावट नहीं आनी चाहिए। भारत में कई बोर्ड और विश्वविद्यालय साल में दो बार परीक्षा देते हैं – एक मुख्य और दूसरा सप्लीमेंटरी (री‑एग्जाम)। इस लेख में हम सप्लीमेंटरी परीक्षा की अहम बातें, जरूरी तिथियां और तेज़ी से तैयारी करने के टिप्स लेकर आए हैं, ताकि आप बिना तनाव के दुबारा मौका ले सकें।
सप्लीमेंटरी परीक्षा की मुख्य बातें
सप्लीमेंटरी परीक्षा वही होती है जिसमें आप उन सब्जेक्ट्स को दोबारा लिखते हैं जहाँ आप फेल या बहुत कम अंक पाए थे। कई बार बोर्ड या यूनिवर्सिटी पूरे साल की पढ़ाई के बाद एक अलग सत्र रखती है, जिससे छात्रों को पास ग्रेड हासिल करने का दूसरा मौका मिलता है।
- योग्यता: मुख्य परीक्षा में 30% से कम अंक वाले या ग्रेस मार्किंग से भी नीचे रहने वाले छात्रों को सप्लीमेंटरी में बैठना होता है।
- पंजीकरण: अधिकांश बोर्ड ऑनलाइन पोर्टल या ऑफ़लाइन काउंटी ऑफिस में पंजीकरण खोलते हैं। पंजीकरण फीस आमतौर पर मुख्य परीक्षा से कम होती है।
- प्रमुख तिथियां (2025): • आवेदन शुरू – 15 अप्रैल
• आख़री तारीख – 30 अप्रैल
• परीक्षा शेड्यूल – 20 मई से 5 जून तक
• परिणाम घोषणा – 15 जून
- परिणाम: परिणाम मुख्य परीक्षा के दो हफ्ते बाद घोषित होते हैं, इसलिए आपको जल्दी से जल्दी तैयारी शुरू करनी होगी।
ध्यान रखें, सप्लीमेंटरी में आप वही प्रश्नपत्र हल करेंगे जो मुख्य परीक्षा के दौरान पूछे गए थे, बस समय‑सारिणी थोड़ी अलग हो सकती है। इसलिए पिछले साल के पेपर, एरर साइकल और टॉपिकवाइज बिंदु देखना फायदेमंद रहेगा।
तैयारी के असरदार टिप्स
अब बात करते हैं कि कैसे कम टाइम में भी बढ़िया स्कोर किया जाए।
1. टॉपिकवाइज प्लान बनाएं: उन टॉपिक्स को पहचानें जिनमें आप कमजोर हैं। हर दिन एक या दो टॉपिक पर फोकस करें और वहीँ से शुरू करें।
2. पिछले साल के पेपर दोहराएँ: सप्लीमेंटरी में अक्सर वही पैटर्न रहता है। पहले साल के पेपर हल करके टाइम मैनेजमेंट का अभ्यास करें।
3. शॉर्ट नोट्स बनाएं: छोटे नोट्स या फ़्लैशकार्ड बनाकर रिवीजन आसान हो जाता है। परीक्षा के एक दिन पहले इन्हें दोबारा पढ़ लेना मददगार रहता है।
4. मॉक टेस्ट लें: ऑनलाइन मॉक टेस्ट या स्कूल द्वारा आयोजित प्रैक्टिस टेस्ट से अपनी तैयारी को जाँचें। गलतियां नोट करें और फिर सुधारें।
5. समय का सही वितरण: प्रश्नपत्र पढ़ने में 5‑10 मिनट लगाएँ, आसान सवाल पहले हल करें, फिर कठिन वाले पर जाएँ। इस तरीके से अंक की संभावनाएं बढ़ती हैं।
अगर आप पढ़ाई के साथ साथ काम कर रहे हैं तो छोटे-छोटे ब्रेक ले कर ध्यान को रीसेट कर सकते हैं। 25‑30 मिनट पढ़ें, 5 मिनट ब्रेक लें – यह पोमोडोरो तकनीक बहुत काम देती है।
अंत में याद रखें, सप्लीमेंटरी परीक्षा आपका दूसरा मौका है, न कि आख़िरी। अगर आप सही रणनीति और कड़ी मेहनत के साथ तैयार हों, तो आप आसानी से पास मार सकते हैं। जल्दी पंजीकरण करें, प्लान बनाएं और हर दिन थोड़ा‑थोड़ा पढ़ें – तभी सफलता आपके कदम चूमेगी।