दक्षिण अफ्रीका की रोमांचक जीत
22 सितंबर, 2024 को खेले गए तीसरे वनडे मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने अफगानिस्तान को 7 विकेट से हराकर एक सम्मानजनक जीत दर्ज की। इस जीत के साथ दक्षिण अफ्रीका ने सीरीज में क्लीन स्वीप होने से खुद को बचा लिया। अफगानिस्तान के कप्तान राशिद खान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया, लेकिन उनका यह फैसला सही साबित नहीं हुआ।
अफगानिस्तान की कमजोर शुरुआत
अफगानिस्तान की पारी की शुरुआत कुछ खास नहीं रही। पहले ही ओवर में रहमानुल्लाह गुरबाज़ का विकेट गिर गया, जो सिर्फ 10 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद लगातार अंतराल पर विकेट गिरते रहे और टीम 16.4 ओवर में 79/4 के स्कोर पर पहुंच गई।
इस बीच, अजमतुल्लाह ओमरज़ई ने भी टीम की स्थिति को और खराब कर दिया जब वे सिर्फ 2 रन बनाकर एनकाबायोम्ज़ी पीटर के हाथों बोल्ड हो गए। पीटर के इस शानदार बॉलिंग प्रदर्शन ने अफगानिस्तान को गहरे संकट में डाल दिया।
मोहम्मद नबी और अन्य खिलाड़ियों का योगदान
मोहम्मद नबी जैसे अनुभवी खिलाड़ियों ने कुछ संघर्ष दिखाया, लेकिन वे भी दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों के सामने ज्यादा देर तक टिक नहीं पाए। नबी ने 22 रन बनाए, जो टीम के लिए सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर रहा।
अपनी टीम की तरफ से योगदान देने वाले अन्य प्रमुख खिलाड़ियों में इकराम अलीखिल और हज़रतुल्लाह ज़ज़ई का नाम शामिल है, जिन्होंने क्रमशः 15 और 18 रन बनाए। पूरी टीम 41.3 ओवर में 148 रनों पर ढेर हो गई।
दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी
दक्षिण अफ्रीका की पारी की शुरुआत भी कुछ खास नहीं रही, लेकिन उन्होंने संयम के साथ बल्लेबाजी की। तेम्बा बावुम्ना और क्विंटन डी कॉक ने शुरुआती विकेटों के गिरने के बाद टीम को संभाला। बावुम्ना ने शानदार अर्धशतक जमाया और दक्षिण अफ्रीका की जीत की नींव रखी।
जानेमन मलान ने भी अच्छा प्रदर्शन किया और 38 रन बनाए। बावुम्ना और मलान के बीच 80 रनों की साझेदारी ने टीम को मजबूत स्थिति में ला दिया। आखिरकार, दक्षिण अफ्रीका ने 29.4 ओवर में 149/3 का स्कोर बनाकर मैच जीत लिया।
उमपायरिंग के दौरान दिलचस्प घटनाएं
मैच के दौरान कुछ रोचक घटनाएँ भी हुईं, जिनमें से एक थी जब अफ्रीकी टीम को अनुशासनहीनता के कारण अंपायर लैंगटन रूसर ने दूसरी चेतावनी दी। अफ्रीका टीम को 60 सेकंड में एक ओवर शुरू करने में विफल रहने पर यह चेतावनी मिली थी, और तीसरी बार ऐसा होने पर पांच रन की पेनाल्टी लगाई जा सकती थी।
कमेंट्री और विश्लेषण
मैच के दौरान पूर्व दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी वर्नोन फिलैंडर ने भी कमेंट्री की, जो दर्शकों के लिए एक रोचक अनुभव रहा। फिलैंडर ने मैच की बारीकियों को समझाते हुए दर्शकों का मनोरंजन किया।
सीरीज में अफगानिस्तान का प्रदर्शन
हालांकि अफगानिस्तान ने शुरुआती दो मैच जीतकर सीरीज पर अपना दबदबा कायम रखा, लेकिन आखिरी मैच में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। अफगानिस्तान ने पूरी सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया, विशेष रूप से गेंदबाजी में।
कप्तान राशिद खान की अगुआई में अफगानिस्तान की टीम ने लगातार शानदार खेल दिखाया, लेकिन आखिरी मैच में उनकी किस्मत ने साथ नहीं दिया। इस हार के बावजूद अफगानिस्तान ने आगामी मैचों के लिए एक मजबूत संदेश दिया है कि वे किसी भी टीम को कड़ी चुनौती देने में सक्षम हैं।
Rahul Rock
सितंबर 25, 2024 AT 14:56अफगानिस्तान की बल्लेबाजी तो बिल्कुल बर्बाद हो गई। राशिद खान का टॉस जीतना भी बेकार हो गया। गेंदबाजी तो बढ़िया थी, लेकिन बल्लेबाजी में अंदाज़ नहीं था। ये टीम अगर ओपनर्स को संभाल ले तो किसी को भी डरा सकती है।
Annapurna Bhongir
सितंबर 27, 2024 AT 02:19दक्षिण अफ्रीका ने बिना बड़े शोर के जीत ली। बावुम्ना ने जो किया वो असली कप्तानी थी। बाकी सब बस अनुकरण कर रहे थे।
PRATIKHYA SWAIN
सितंबर 28, 2024 AT 13:29अफगानिस्तान ने अच्छा खेला। अगला मैच जीतेंगे।
MAYANK PRAKASH
सितंबर 29, 2024 AT 16:00बावुम्ना का अर्धशतक देखकर लगा जैसे पुराने दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट का रूह वापस आ गया। वो शांत बल्लेबाजी, वो अडिग धैर्य। और फिर मलान का नियंत्रण। अफगानिस्तान के गेंदबाज तो बहुत अच्छे थे, लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने उनकी गेंदों को बार-बार नियंत्रित किया। ओवर के अंत में रन लेने की योजना, गेंद के लिए फील्ड बदलना, ये सब बहुत साफ था। ये टीम ने जीतने के लिए बस एक चीज़ की जरूरत थी - अपने बल्लेबाजों को विश्वास। और उन्होंने दिखा दिया।
अफगानिस्तान के लिए अगला बड़ा सवाल ये है कि वो टॉप ऑर्डर को कैसे बचाएंगे। गुरबाज़ और ओमरज़ई के बाद जब विकेट गिरते हैं, तो टीम टूट जाती है। नबी जैसे खिलाड़ी के लिए भी बहुत ज्यादा जिम्मेदारी है। वो अकेले नहीं बचा सकते। उन्हें एक दूसरे अनुभवी बल्लेबाज की जरूरत है - कोई ऐसा जो दबाव में भी टिक सके।
और फिर वो अंपायर का वाला विषय। 60 सेकंड का नियम तो सही है, लेकिन अगर टीम तनाव में है तो उन्हें थोड़ा समय देना चाहिए। ये नियम तो खेल को बर्बाद करने के लिए बनाया गया है। अगर ये नियम लागू हो गया तो खेल की भावना खत्म हो जाएगी।
और हां, फिलैंडर की कमेंट्री बहुत अच्छी थी। उन्होंने बिना किसी नाटक के बात कही। ऐसे लोगों की जरूरत है - जो खेल को समझते हैं, बस।
Akash Mackwan
अक्तूबर 1, 2024 AT 05:11अफगानिस्तान की टीम तो बस निराशाजनक है। इतने सालों से इतना बड़ा नाम बनाया और अभी भी टॉप ऑर्डर का कोई नहीं है। राशिद खान अपनी बल्लेबाजी को भी अपने टॉस जीतने के बाद बचाने के लिए नहीं लाता। ये टीम बस अपने गेंदबाजों पर भरोसा करती है और बाकी सब बर्बाद।
दक्षिण अफ्रीका की जीत बहुत साधारण थी। कोई शानदार प्रदर्शन नहीं, बस बेसिक बल्लेबाजी। लेकिन अफगानिस्तान को इतना आसानी से हराने के लिए भी उनकी टीम बहुत कमजोर है।
अंपायर को भी बस अपना काम करना चाहिए। अगर टीम ओवर नहीं फेंक रही तो उन्हें चेतावनी देना चाहिए। ये नियम तो खेल के लिए है, न कि टीम के लिए।
और हां, इस टीम को फिर से इंटरनेशनल क्रिकेट में लाने की जरूरत है। इतनी बार टूर पर जाने के बाद भी वो नहीं सीख पाए। ये बस अपने घर के टूर्नामेंट में ही बड़े लगते हैं।
और फिलैंडर की कमेंट्री? बस एक बूढ़े खिलाड़ी का नोटिस। उन्होंने कुछ नहीं कहा, बस बोल दिया। ये लोग तो हमेशा ऐसे ही होते हैं - अपने अतीत के साथ जुड़े रहते हैं।