तीन साल बाद अश्विन ने जड़ा पहला टेस्ट शतक
रविचंद्रन अश्विन ने तीन साल के लम्बे अंतराल के बाद टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला शतक जड़ा है, जिससे भारत को बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में मजबूत स्थिति में पहुंचने में मदद मिली है। इस मैच का आयोजन चेन्नई में हुआ, जो अश्विन के लिए एक खास मैदान है।
अश्विन और जडेजा की महत्वपूर्ण साझेदारी
टॉस जितने के बाद बांग्लादेश ने पहले गेंदबाजी का फैसला लिया और इस निर्णय ने उन्हें शुरुआती सफलता दिलाई। शुरुआती स्पेल में ही हसन महमूद ने भारत के कप्तान रोहित शर्मा और उसके बाद शुबमन गिल तथा विराट कोहली को जल्दी आउट कर पवेलियन भेजा।
रिषभ पंत का विकेट हासिल कर, बांग्लादेश ने भारत को 144/6 की स्थिति में ला दिया। जिस वक्त भारत की पारी संघर्ष कर रही थी, उस समय अश्विन और रविंद्र जडेजा ने मिलकर अद्भुत खेल दिखाते हुए 195 रनों की अहम साझेदारी बनाई। इस साझेदारी ने न केवल भारत को संकट से उबारा बल्कि मैच में अपनी टीम के प्रभुत्व को भी स्थापित किया।
अश्विन का शतक और जडेजा का योगदान
अश्विन ने नाबाद 102* रनों की पारी खेली, जबकि जडेजा ने 86* रन बनाए और दिन का खेल समाप्त होने तक भारतीय टीम का स्कोर 339/6 तक पहुंचा दिया। अश्विन का यह छठा टेस्ट शतक था और चेन्नई के मैदान पर उनका दूसरा। इससे पहले 2021 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ भी इसी मैदान पर शतक बनाया था।
अश्विन के विचार और धन्यवाद
मैच खत्म होने के बाद अश्विन ने जडेजा को धन्यवाद दिया, खासकर उनके उस सुझाव के लिए कि ऊर्जा बचाने के लिए दो रन को तीन रन में न बदलने की सलाह दी थी। अश्विन ने यह भी बताया कि चेन्नई की पिच एक पुरानी शैली की पिच थी, जिसमें अच्छी उछाल और कैरी थी, जिसका उन्होंने खासी आनंद लिया।
अश्विन की इस प्रदर्शन से भारतीय टीम को टेस्ट मैच में मजबूत स्थिति मिली है और पहले दिन की समाप्ति पर भारतीय खिलाड़ियों का मनोबल भी ऊंचा है।
बंधन की कठिन स्थिति और भारतीय टीम का जवाब
बांग्लादेश ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला लिया, जिससे टीम को शुरुआती सफलता भी मिली। हसन महमूद ने रोहित शर्मा, शुबमन गिल और विराट कोहली को पवेलियन भेजा। उनकी यह धारदार गेंदबाजी भारत को शुरुआत में ही मुश्किल में डाल दी, और टीम का स्कोर 144/6 पर पहुंच गया।
हालांकि, टीम इंडिया के लिए अश्विन और जडेजा के शानदार प्रदर्शन ने स्थिति को संभाला। पहले दिन का खेल समाप्ति पर भारतीय टीम का स्कोर 339/6 था, इन दोनों खिलाड़ियों की 195 रनों की साझेदारी का विशेष योगदान था। अश्विन नाबाद 102 रन जबकि जडेजा नाबाद 86 रन बनाकर क्रीज पर डटे रहे।
2021 का यादगार शतक
चेन्नई का मैदान अश्विन के लिए खास है, क्योंकि उन्होंने यहां 2021 में भी इंग्लैंड के खिलाफ शतक जड़ा था। उनकी इस पारी ने भी टीम को मुश्किल स्थिति से उबारा था। अश्विन का चेन्नई में यह प्रदर्शन उनके क्रिकेट करियर में एक और यादगार पल बन गया।
जडेजा का सहयोग
अश्विन की बल्लेबाजी के साथ-साथ जडेजा का सहयोग भी काबिले तारीफ था। दोनों खिलाड़ियों के बीच अच्छी समझ और तालमेल देखने को मिली। अश्विन ने मैच के बाद जडेजा के स्कोरिंग की सलाह की भी सराहना की।
अश्विन की पिच पर समझदारी
चेन्नई की पिच को अश्विन ने एक पुरानी शैली की पिच बताया, जिसमें उछाल और कैरी थी। अश्विन ने इस पिच पर खेलते हुए आराम महसूस किया और बल्लेबाजी का आनंद लिया। अश्विन के अनुसार, यह एक चुनौतीपूर्ण पिच थी, लेकिन इसमें बल्लेबाजों को भी अच्छी संभावनाएं मिल सकती हैं।
अश्विन ने कहा, "चेन्नई का मैदान मेरे लिए हमेशा खास रहा है, और इस पिच पर खेलकर मैंने बहुत आनंद लिया। जडेजा के साथ साझेदारी में खेलने का मौका भी शानदार था। उनकी सलाह ने मुझे खेल में संयम और धैर्य बनाए रखने में मदद की।"
भविष्य की संभावनाएं
भारतीय टीम के लिए पहले दिन की समाप्ति पर यह एक अच्छा संकेत है, क्योंकि टीम ने मुश्किल स्थिति से उबरते हुए 339/6 का मजबूत स्कोर बना लिया है। अश्विन और जडेजा की यह साझेदारी भारतीय टीम का मनोबल भी ऊंचा करेगी और अगले दिन की खेल में मजबूत स्थिति बनाए रखने में मदद करेगी।
अश्विन की इस पारी को क्रिकेट प्रेमियों ने भी खूब सराहा है और उनको भविष्य में भी इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद है।