निर्मला सीतारमण की बजट 2024 प्रस्तुति
23 जुलाई 2024 को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 2024-25 का केंद्रीय बजट पेश करेंगी। यह उनका लगातार सातवां बजट होगा, जो पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का रिकॉर्ड तोड़ देगा। बजट पेश करने का समय 11:00 बजे निर्धारित किया गया है और इसे वित्त मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट तथा इंडिया टुडे टीवी पर लाइव देखा जा सकेगा।
बजट में मुख्यतः किन क्षेत्रों पर होगा फोकस?
हर साल की तरह इस साल भी बजट पर देशभर की नजरें टिकी होंगी। इस वर्ष के बजट में पूंजीगत व्यय और इंफ्रास्ट्रक्चर, कर राहत, ग्रामीण विकास और कृषि समर्थन के साथ-साथ राजकोषीय घाटा और रोजगार सृजन जैसे प्रमुख मुद्दों पर ध्यान देने की उम्मीद है।
पूंजीगत व्यय और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास
इस बार के बजट में पूंजीगत व्यय के लिए रिकॉर्ड राशि की घोषणा की जा सकती है। इसमें विशेष रूप से सड़कों और भारतीय रेलवे पर जोर दिया जाएगा, जिसे इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए महत्वपूर्ण प्रेरणा के रूप में देखा जा रहा है। सड़कें और रेल नेटवर्क विकसित करने के प्रयासों का उद्देश्य देशभर में संपर्क बढ़ाना और आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना है।
कर राहत और संभावित परिवर्तन
आयकर में राहत की उम्मीद भी की जा रही है, जिसमें आयकर व्यवस्था में संभावित बदलाव शामिल हैं। इसमें 5 लाख रुपये तक की कर छूट सीमा बढ़ाने या कर स्लैब्स को समान करने के कदम शामिल हो सकते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जिनकी वार्षिक आय 15-20 लाख रुपये के बीच है। यह कदम मध्यम वर्ग के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
ग्रामीण विकास और कृषि समर्थन
इस बजट में ग्रामीण इलाकों और कृषि को भी समर्थन देने की उम्मीद है। इसमें ग्रामीण इन्फ्रास्ट्रक्चर पर निवेश बढ़ाने और कृषि पहलों को मजबूत करने के उपाय शामिल हो सकते हैं। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को प्रमोट करने और शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के बीच संतुलित विकास सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाए जा सकते हैं।
राजकोषीय घाटा और रोजगार सृजन
अंतरिम बजट में FY25 के लिए राजकोषीय घाटा लक्ष्य 5.1% होने का संकेत दिया गया है। capital expenditure और लक्षित सामाजिक खर्च के माध्यम से रोजगार सृजन पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिसे 'विकसित भारत' पहल के साथ संरेखित किया जाएगा।
समाज के विभिन्न वर्गों पर बजट के प्रभाव
इस बजट के माध्यम से सरकार सभी वर्गों को जोड़ने और उनके हितों का ध्यान रखने का प्रयास कर रही है। यह प्रयास न केवल आर्थिक सुदृढ़ता को बढ़ावा देगा, बल्कि सामाजिक न्याय और संतुलित विकास को भी सुनिश्चित करेगा। किसानों, श्रमिकों, छोटे उद्यमियों और मध्यम वर्ग के सभी के लिए कुछ न कुछ राहत देने वाली योजना बन सकती है।
बजट 2024 से विभिन्न वर्गों में कई तरह की उम्मीदें हैं। यह देखना रोचक होगा कि किन योजनाओं और नीतियों के माध्यम से इसमें सभी वर्गों को संबोधित किया जाएगा। आर्थिक बढ़ोतरी और सामाजिक न्याय का उद्देश्य साफ नजर आ रहा है, और यह इस बजट की अपील और महत्व को प्रकट करता है।
सार्वजनिक प्रतिक्रिया और उम्मीदें
जनता और विशेषज्ञों के बीच बजट 2024 को लेकर उत्सुकता और अपेक्षाएं बढ़ती जा रही हैं। कृषि क्षेत्र, रोजगार के अवसर, कर ढाँचे में सुधार और ग्रामीण और शहरी विकास के लिए नई योजनाओं का स्वागत हो सकता है। समाज के हर वर्ग की उम्मीदें इस बजट से जुड़ी हुई हैं, और लोग अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए सरकार से नई पहल और प्रोत्साहन की आस लगाए बैठे हैं।
आम जनता के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि बजट 2024 की घोषणाएं और नीतियां कैसे उनके भविष्य को आकार देने में सहायक होंगी। यह बजट न केवल आर्थिक सुधार बल्कि सामाजिक और संरचनात्मक परिवर्तन का भी हिस्सा हो सकता है।
निष्कर्ष
यह बजट इतिहास रचने वाले बजटों में से एक हो सकता है। निर्मला सीतारमण का यह लगातार सातवां बजट न केवल उनके लिए बल्कि देश के लिए भी एक बड़ी घटना होगी। सरकार के विभिन्न प्रयासों और पहलों के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि सभी वर्गों का विकास हो और देश आगे बढ़े।