जियो उपयोगकर्ताओं को 17 सितंबर को बड़ी नेटवर्क समस्या का सामना
रिलायंस जियो के उपयोगकर्ताओं को 17 सितंबर, 2024 को गंभीर नेटवर्क आउटेज का सामना करना पड़ा, जिसके कारण मोबाइल और इंटरनेट सेवाएँ पूरी तरह से ठप हो गईं। इस घटना ने उपयोगकर्ताओं के बीच भारी असंतोष उत्पन्न किया। यह समस्या सुबह 11 बजे के आसपास शुरू हुई और दोपहर 12:36 बजे तक इसकी शिकायतें बढ़ती गईं। इस समय तक Downdetector, जो एक सेवा आउटेज ट्रैकिंग प्लेटफार्म है, पर 10,367 उपयोगकर्ताओं ने नेटवर्क त्रुटियों की शिकायत की थी।
हालात इतने गंभीर हो गए कि जहां एक ओर सुबह 10:13 बजे सिर्फ 7 लोगों ने ही शिकायत की थी, तो वहीं मात्र एक घंटे के भीतर यह संख्या बढ़कर 653 हो गई। नेटवर्क त्रुटियों का यह सिलसिला लगभग सभी प्रकार की जियो सेवाओं को प्रभावित करता नजर आया, जिसमें मोबाइल और इंटरनेट कनेक्टिविटी शामिल थे।
उपयोगकर्ताओं की प्रतिक्रिया
इस नेटवर्क समस्या पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करने के लिए उपयोगकर्ताओं ने सोशल मीडिया का सहारा लिया और #JioDown हैशटैग का उपयोग किया। कई उपयोगकर्ताओं ने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए ट्वीट किए और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर अपने अनुभव साझा किए।
उपयोगकर्ता देश भर के विभिन्न हिस्सों से इस मुद्दे की जानकारी दे रहे थे, लेकिन अभी तक यह नहीं पता चला है कि विशेष रूप से कौन-कौन से क्षेत्र इससे प्रभावित हुए थे। नेटवर्क आउटेज की इस पूरी घटना ने एक बार फिर हमें यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि टेक्नोलॉजी पर हमारी निर्भरता कितनी बढ़ गई है।
कंपनी की प्रतिक्रिया
हालांकि वर्तमान समय तक, कंपनी ने इस आउटेज की पुष्टि नहीं की है और ना ही इसके बारे में कोई स्पष्ट स्पष्टीकरण दिया है। रिलायंस जियो अभी इस मुद्दे के समाधान और इसके पीछे के कारणों को समझाने में विफल रही है। इस प्रकार की घटनाएं कंपनी की साख पर नकारात्मक प्रभाव छोड़ सकती हैं और उपयोगकर्ताओं के बीच अविश्वास की भावना पैदा कर सकती हैं।
भविष्य के लिए संभावित कदम
यह आवश्यक हो जाता है कि ऐसी स्थिति में कंपनी जल्द से जल्द समस्या का समाधान करे और उपयोगकर्ताओं को इस बारे में सूचित करे। इसके लिए एक सुदृढ़ नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली का होना आवश्यक है ताकि इस प्रकार की समस्याओं का निराकरण किया जा सके।
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि जब नेटवर्क सेवा में गड़बड़ी होती है, तो उसका व्यापक प्रभाव होता है। यह न केवल व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं के लिए समस्याएं उत्पन्न करता है, बल्कि विभिन्न व्यवसायों को भी इससे बाधित किया जा सकता है। अतः टेक्नोलॉजी कंपनियों को अपनी सेवाओं में सुधार के लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए ताकि उपयोगकर्ताओं को इस प्रकार के असुविधाओं का सामना न करना पड़े।
PRATIKHYA SWAIN
सितंबर 18, 2024 AT 01:18Sandeep Kashyap
सितंबर 19, 2024 AT 16:35मैंने देखा कि एक दोस्त का डिलीवरी बॉय भी लोगों को खाना नहीं पहुंचा पाया, क्योंकि ऐप नहीं चल रहा था। ये जियो सिर्फ एक कंपनी नहीं, ये देश की डिजिटल नस है। अब ये जो लोग बैठे हैं, वो समझ रहे हैं कि ये एक अप्रत्याशित गड़बड़ी नहीं, बल्कि सिस्टम का गहरा फेलियर है।
Aashna Chakravarty
सितंबर 20, 2024 AT 04:28Kashish Sheikh
सितंबर 21, 2024 AT 00:07dharani a
सितंबर 21, 2024 AT 03:54Vinaya Pillai
सितंबर 22, 2024 AT 02:19mahesh krishnan
सितंबर 22, 2024 AT 19:20Deepti Chadda
सितंबर 23, 2024 AT 12:34Anjali Sati
सितंबर 24, 2024 AT 22:28Preeti Bathla
सितंबर 25, 2024 AT 20:38Aayush ladha
सितंबर 26, 2024 AT 00:08Rahul Rock
सितंबर 26, 2024 AT 01:08Annapurna Bhongir
सितंबर 27, 2024 AT 07:21MAYANK PRAKASH
सितंबर 27, 2024 AT 13:25