चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारत की पाकिस्तान यात्रा पर बीसीसीआई की ना: पीसीबी की पुष्टि

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारत की पाकिस्तान यात्रा पर बीसीसीआई की ना: पीसीबी की पुष्टि

Anmol Shrestha नवंबर 11 2024 19

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारत की भागीदारी पर सवाल

2025 में प्रस्तावित आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी पहले से ही एक बहुत प्रतीक्षित क्रिकेट टूर्नामेंट रहा है, जिसमें भारत और पाकिस्तान के बीच खेली जाने वाली सीरीज का एक अलग ही आकर्षण होता। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) द्वारा प्राप्त किए गए एक आधिकारिक पत्र द्वारा पुष्टि की गई है कि भारत ने इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान के दौरे से इनकार कर दिया है। यह पत्र भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को भेजा था, जो बाद में पीसीबी को 10 नवंबर को भेजा गया।

सीरीज के आयोजन में नए मुसीबतें

पीसीबी के प्रवक्ता ने इस सभी घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए कहा कि इस निर्णय के पश्चात इसे पाकिस्तान सरकार को उनकी दिशा निर्देश और परामर्श के लिए भेजा गया है। इस समाचार के साथ, पीसीबी और आईसीसी दोनों ने उन परिवर्तनों के लिए तैयार होना शुरू कर दिया है, जो टूर्नामेंट को सफल बनाने के लिए आवश्यक हो सकते हैं। भारत की अनापत्ति ने आयोजन समिति को बाध्य किया है कि उनमें औपचारिक रूप से हाइब्रिड मॉडल को अपनाने का विचार करें। अनुमानों के अनुसार, यदि यह मॉडल लागू होता है, तो कुछ मैच संभवतः यूएई स्थानांतरित किए जा सकते हैं, जैसा कि पहले Cricbuzz द्वारा रिपोर्ट किया गया था।

क्रिकेट के वित्तीय और प्रासंगिक प्रभाव

यह निर्णय केवल खेल के क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि विभिन्न देशों के आर्थिक सम्बंधों पर भी प्रभाव डाल सकता है। भारत की अनुपस्थिति का अर्थ है पीसीबी के लिए संभावित वित्तीय हानि और पाकिस्तानी दर्शकों के लिए निराशा। दोनों देशों के बीच क्रिकेट मुकाबले हमेशा से ही विश्वभर के दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे हैं, और इस नए बदलाव से यह पाया गया है कि सभी की निगाहें आयोजकों की संभावित योजना पर होंगी।

आगे की योजना

जबकि पीसीबी ने रावलपिंडी, कराची और लाहौर को प्रमुख स्थल के रूप में चिन्हांकित किया था, यह अब सुनिश्चित है कि इस निर्णय के बाद स्थल और मैच की तिथियों में परिवर्तन होना आवश्यक है। मुख्य मैचों की तिथियों के लिए पुनः विचार करने की आवश्यकता होगी। विशेषतः भारत- पाकिस्तान का मैच, जो लाहौर में 1 मार्च को खेला जाना था, अब निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार नहीं हो सकता। हालांकि, यह माना जा रहा है कि संगठित टूनार्मेंट में नई रणनीतियों के अनुसार बदलाव कर के इसे आकर्षक बनाए रखने का प्रयत्न किया जाएगा।

खेल और कूटनीति का संगम

खेल और कूटनीति का संगम

यह घटना एक बार फिर से खेल और राजनीति कैसे परस्पर जुड़ी हुई होती है, इसका एक उदाहरण है। जहां एक ओर उद्घोषक और खेल प्रेमी इस आयोजन को प्रतिस्पर्धी दृष्टिकोण से देख रहे हैं, वहीं कूटनीतिक संबंधों का भी इसमें अहम रोल है। दोनों देशों के बीच की राजनीतिक स्थितियों ने हमेशा से ही क्रिकेट और अन्य खेल आयोजनों पर असर डाला है। आने वाले दिनों में यह देखा जाएगा कि इस चुनौती को पीसीबी और आईसीसी कैसे संभालते हैं, और यह दोनों खुद को कैसे अनुकूलित करते हैं।

19 टिप्पणि

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    PRATIKHYA SWAIN

    नवंबर 13, 2024 AT 03:37
    बस यही काफी है। भारत की सुरक्षा की बात है, बाकी सब बकवास है।
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    Daxesh Patel

    नवंबर 14, 2024 AT 04:20
    अगर भारत ने पाकिस्तान नहीं जाना है तो यूएई में खेलने का विकल्प बहुत समझदारी से लिया गया। यहां तक कि आईसीसी भी इसे सपोर्ट कर रहा है। बस टीम को अच्छी तरह तैयार रखना है।
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    Jinky Palitang

    नवंबर 15, 2024 AT 20:21
    मुझे लगता है ये फैसला सही है... लेकिन अगर लाहौर में मैच होता तो टिकट बेचने के लिए बाजार गिर जाता। अब यूएई में भी तो भारतीय लोग जाएंगे।
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    Aashna Chakravarty

    नवंबर 16, 2024 AT 14:42
    ये सब बकवास है। भारत के लोगों को पाकिस्तान में जाने की कोई जरूरत नहीं है। वो देश ही धमकी देता है। अगर यूएई में खेलना है तो अच्छा है। हमारे खिलाड़ी वहां भी जीतेंगे। 🇮🇳🔥
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    Preeti Bathla

    नवंबर 18, 2024 AT 13:55
    क्या आप लोग इस बात पर भूल गए कि पाकिस्तान ने कभी भारत के खिलाफ आतंकवादी हमले किए हैं? ये खेल नहीं, ये जीवन-मृत्यु का मुद्दा है। बीसीसीआई ने बहुत सही फैसला किया। अगर आप इसका विरोध कर रहे हैं तो आपका दिमाग गड़बड़ा रहा है। 😔
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    Amar Sirohi

    नवंबर 19, 2024 AT 11:46
    इस फैसले के पीछे केवल सुरक्षा कारण नहीं हैं, बल्कि एक गहरी राजनीतिक अनुमानशक्ति है। जब दो देशों के बीच ऐतिहासिक दुश्मनी हो, तो खेल उसका एक अभिव्यक्ति हो जाता है। भारत ने अपने खिलाड़ियों के लिए एक निर्णय लिया है जो उनकी जान बचाता है, लेकिन यह एक ऐसा निर्णय है जो एक बड़े राष्ट्रीय संवेदनशीलता के बारे में भी बात करता है। जब हम अपने खिलाड़ियों को एक ऐसे देश में नहीं भेजते जहां उनके लिए एक बड़ी खतरा है, तो यह निर्णय एक नैतिक जिम्मेदारी है। यह एक खेल का मुद्दा नहीं है, यह एक संस्कृति का मुद्दा है, एक राष्ट्रीय आत्मा का मुद्दा है। जो लोग इसे बेकार बताते हैं, वे शायद अपने दिमाग को भूल गए हैं। यह एक देश के लिए अपने नागरिकों की जान बचाने का अधिकार है। और यह अधिकार किसी के लिए भी बहस का विषय नहीं हो सकता।
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    Kashish Sheikh

    नवंबर 19, 2024 AT 12:41
    अच्छा फैसला। भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट का मैच तो हमेशा से ही दुनिया का सबसे बड़ा मैच है। लेकिन अगर यह मैच यूएई में हो जाए तो भारतीय और पाकिस्तानी दोनों फैंस एक साथ जा सकते हैं। यही तो खेल का सच है - एकता। 🙏❤️
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    Aayush ladha

    नवंबर 21, 2024 AT 02:29
    हमें पाकिस्तान के साथ खेलना ही नहीं चाहिए। वो हमें धमकी देते हैं, और अब ये भी कह रहे हैं कि हम जाएं। बीसीसीआई को बहुत बधाई। ये निर्णय भारत की आत्मा को दर्शाता है।
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    Nagesh Yerunkar

    नवंबर 21, 2024 AT 13:00
    यह फैसला अत्यंत निर्मम है। खेल तो खेल है। यहाँ राजनीति क्यों घुस रही है? यह आईसीसी का टूर्नामेंट है, न कि एक राष्ट्रीय युद्ध। भारत के खिलाड़ी तो अपना काम करते हैं। यह बात बहुत शर्मनाक है।
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    Rahul Rock

    नवंबर 22, 2024 AT 01:59
    मैं इस फैसले को समझता हूँ, लेकिन यह भी सच है कि खेल दो देशों के बीच संवाद का एकमात्र माध्यम हो सकता है। अगर हम इसे रोक देंगे, तो दूरी और बढ़ जाएगी। यह एक खोई हुई अवसर है।
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    Annapurna Bhongir

    नवंबर 23, 2024 AT 09:56
    कोई बात नहीं। भारत ने नहीं जाना तो क्या हुआ। वो तो हमेशा लाहौर में नहीं जाते।
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    MAYANK PRAKASH

    नवंबर 24, 2024 AT 04:21
    अच्छा हुआ। यूएई में खेलेंगे तो भारतीय फैंस भी जा सकते हैं। वो भी अपना देश देखना चाहते हैं।
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    Sandeep Kashyap

    नवंबर 25, 2024 AT 18:02
    यह फैसला बहुत बड़ा है। भारत के खिलाड़ियों की जान बचाना ही पहली बात है। ये मैच अब यूएई में होगा, लेकिन दोनों देशों के फैंस एक साथ आएंगे। यही तो खेल का असली मतलब है - एकता। हम जीतेंगे, वो भी जीतेंगे, लेकिन हम दोनों एक ही दुनिया में रहते हैं। ये मैच हमें याद दिलाएगा कि खेल बांटता नहीं, जोड़ता है। 🇮🇳🇵🇰❤️
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    dharani a

    नवंबर 26, 2024 AT 18:33
    आप लोग भूल रहे हैं कि पाकिस्तान ने 2008 में मुंबई पर हमला किया था। अब वहां जाना? नहीं भाई, ये बहुत बेवकूफी है। बीसीसीआई ने सही किया।
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    Akash Mackwan

    नवंबर 26, 2024 AT 22:25
    इस फैसले के बाद तो लगता है जैसे भारत ने पाकिस्तान को जीत दे दी। अब वो खुद को बचाने के लिए यूएई में मैच लगाएंगे। बहुत बढ़िया नीति। जय हिंद।
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    Anjali Sati

    नवंबर 27, 2024 AT 10:05
    यह फैसला बहुत बुद्धिमानी से लिया गया। भारत के खिलाड़ी अपने देश के लिए खेलते हैं, न कि किसी के घर में।
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    Vinaya Pillai

    नवंबर 29, 2024 AT 06:51
    अच्छा हुआ। अब तो वो भी अपने देश में खेलेंगे। भारतीय फैंस तो यूएई जाकर भी उनके लिए गाने गाएंगे। ये तो अच्छी बात है। 😏
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    Deepti Chadda

    नवंबर 30, 2024 AT 23:30
    इस बार भारत ने अपना सिर ऊंचा रखा। पाकिस्तान को बस इतना ही बताना था कि हम डरे नहीं, बस नहीं जाएंगे। 🇮🇳💪
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    mahesh krishnan

    दिसंबर 2, 2024 AT 21:48
    भारत ने जाना ही नहीं तो अच्छा हुआ। वो तो बस धोखा देते हैं। यूएई में खेलो।

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