महाराष्ट्र SSC परिणाम 2024 घोषित: पास प्रतिशत 95.81% रिकॉर्ड

महाराष्ट्र SSC परिणाम 2024 घोषित: पास प्रतिशत 95.81% रिकॉर्ड

Anmol Shrestha मई 27 2024 12

महाराष्ट्र SSC परिणाम 2024: शानदार प्रदर्शन के साथ हुए घोषित

महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (MSBSHSE) ने आज 27 मई को महाराष्ट्र SSC परिणाम 2024 की घोषणा कर दी है। इस साल, कुल पास प्रतिशत 95.81% दर्ज किया गया है, जो एक निष्पक्ष और प्रभावशाली परिणाम है। इस बार के परिणामों ने छात्रों और उनके अभिभावकों में खुशी की लहर दौड़ा दी है।

वर्तमान शैक्षणिक सत्र में कोरोना महामारी के चलते भी छात्रों ने अपनी मेहनत और लगन को बनाए रखा और बेहतर परिणाम हासिल किए। इस वर्ष परीक्षा में शामिल हुए छात्र अपने परिणाम को दोपहर 1 बजे के बाद आधिकारिक वेबसाइट mahresult.nic.in पर देख सकते हैं। परिणाम घोषणा के साथ ही छात्रों और उनके अभिभावकों को सलाह दी गई है कि वे अपनी मार्कशीट और संबंधित दस्तावेजों को सही प्रकार से जांच और सत्यापन करें।

इस साल का परिणाम: आंकड़ों में

इस वर्ष के परिणाम में कुछ खास बातें उल्लेखनीय हैं। कुल मिलाकर 95.81% छात्रों ने पास होने का गौरव हासिल किया है। छात्रों ने एक बार फिर से अपने मेहनत और संकल्प का प्रमाण दिया है। छात्रों के इस उत्कृष्ट प्रदर्शन के पीछे शिक्षकों और अभिभावकों की भी महत्वूर्ण भूमिका रही है।
अंतिम परिणाम से सम्बंधित कुछ आंकड़े इस प्रकार हैं:

  • महाराष्ट्र SSC परीक्षा में कुल 16,28,222 छात्र शामिल हुए।
  • इनमें से 15,59,136 छात्र पास हुए।
  • पास प्रतिशत 95.81% रिकॉर्ड किया गया।
  • लड़कियों का पास प्रतिशत 96.32% जबकि लड़कों का 95.51% रहा।

छात्रों की तैयारी और संघर्ष

इस वर्ष भी छात्रों ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन का प्रदर्शन किया है। लॉकडाउन के बावजूद, छात्रों ने अपनी पढ़ाई में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होने दी। गांव और छोटे शहरों के छात्रों ने भी अच्छे परिणाम हासिल किए हैं, जो उनकी मेहनत और समर्पण का परिचायक है। ऑनलाइन कक्षाएं और डिजिटल शिक्षा प्रणाली ने भी छात्रों की काफी मदद की है।

ग्रामीण इलाकों के छात्रों के लिए हालांकि शुरुआती दौर में यह थोड़ी चुनौतीपूर्ण रही, लेकिन सभी ने मेहनत और आत्मविश्वास से इसे पार कर लिया। छात्रों ने शिक्षकों और तकनीकी सहायता का पूरा लाभ उठाया और सफलतापूर्वक परीक्षा दी। परीक्षा की तैयारी में छात्रों ने कड़ी मेहनत की, जिसमें आत्म-अध्ययन और ऑनलाइन कोचिंग का अहम रोल रहा।

अभिभावकों की भूमिका

छात्रों की इस सफलता में अभिभावकों का भी एक महत्वपूर्ण योगदान रहा है। महामारी के दौर में अभिभावकों ने बच्चों की पढ़ाई में निरंतर समर्थन और प्रेरणा दी। बच्चों के मनोबल को ऊंचा रखा और उन्हें हौरसला बढ़ाया।

समय-समय पर बच्चों को मार्गदर्शन करते रहे और तनावमुक्त रखने के लिए कई तरह के प्रयास किए। कई परिवारों ने आर्थिक तंगी के बावजूद भी बच्चों की पढ़ाई में अड़चनें नहीं आने दीं और हरसंभव उपाय किए।

आगे की दिशा

SSC परिणाम घोषित होने के बाद, छात्रों का ध्यान अब 11वीं कक्षा की पढ़ाई और भविष्य की योजनाओं पर है। छात्रों को अब अपने लक्ष्य की ओर कदम बढ़ाने होंगे और नई चुनौतियों का सामना करना होगा। उच्चतर माध्यमिक शिक्षा के लिए सही विषय और संस्थान का चयन महत्वपूर्ण होगा।

महाराष्ट्र के शिक्षा प्रणाली ने इस बार भी योग्यता और मेहनत का सम्मान किया है और उत्तीर्ण छात्रों को उज्ज्वल भविष्य की दिशा में सहारा दिया है। छात्रों की कड़ी मेहनत, समर्पण, और आत्मविश्वास ही उन्हें और ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। अब छात्रों को भी अपने भविष्य को संवारने के लिए अपना श्रम और उत्साह बनाए रखना होगा।

12 टिप्पणि

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    Prasad Dhumane

    मई 28, 2024 AT 01:54
    ये रिकॉर्ड 95.81% तो देखकर दिल खुश हो गया! गांव के बच्चों ने भी इतना अच्छा परिणाम दिया, ये बात सचमुच गर्व की है। मैंने एक दोस्त का बेटा देखा, जिसने बिना एडवांस कोचिंग के, सिर्फ YouTube पर वीडियो देखकर और लाइब्रेरी की पुस्तकों से पढ़कर पास किया। असली मेहनत का फल है।
    शिक्षकों को भी बधाई, जो इतने समय तक ऑनलाइन क्लासेज चलाते रहे।
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    rajesh gorai

    मई 28, 2024 AT 11:38
    अरे ये जो 95.81% है, वो तो सिर्फ स्टैटिस्टिकल अर्बिट्रेज है। आपने कभी सोचा है कि इसके पीछे कितने बच्चे फेल हुए और उनकी आत्मा टूट गई? ये पास प्रतिशत तो एक डिजिटल फेक नार्मलिटी है जिसे सिस्टम बनाता है ताकि लोग सोचें कि सब कुछ ठीक है।
    जब तक हम एग्जाम को एक ट्रांसफॉर्मेटिव एक्सपीरियंस नहीं बनाएंगे, तब तक ये नंबर्स बस एक डिस्ट्रेक्शन हैं।
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    Rampravesh Singh

    मई 29, 2024 AT 08:35
    इस ऐतिहासिक उपलब्धि को लेकर मैं व्यक्तिगत रूप से शिक्षा मंत्रालय, शिक्षक समुदाय, और विशेष रूप से अभिभावकों को अपनी गहरी श्रद्धांजलि देना चाहता हूँ।
    यह उपलब्धि केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि एक सामाजिक संकल्प का प्रतीक है। इस निरंतर प्रयास के लिए हमें एक नए शिक्षण मॉडल की आवश्यकता है जो न केवल ज्ञान दे, बल्कि व्यक्तित्व का निर्माण करे।
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    Akul Saini

    मई 30, 2024 AT 10:23
    95.81% तो बहुत अच्छा है, लेकिन लड़कियों का 96.32% और लड़कों का 95.51% - ये डेटा बहुत दिलचस्प है। क्या ये गेंडर डायनामिक्स का रिफ्लेक्शन है? शायद लड़कियां ज्यादा स्ट्रक्चर्ड अध्ययन करती हैं, या फिर सामाजिक दबाव उन्हें ज्यादा फोकस्ड बनाता है।
    इसके बारे में कोई स्टडी नहीं है? इस फैक्टर को अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए।
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    Arvind Singh Chauhan

    मई 30, 2024 AT 12:39
    अरे ये सब बकवास है। इतने ज्यादा पास हो रहे हैं तो क्या एग्जाम फ्रॉड है? ये नंबर बढ़ाने के लिए कोई न कोई गड़बड़ होती है। मैंने अपने भाई को देखा - उसका एग्जाम पेपर बदल गया था। ये सब राजनीति है।
    अभिभावकों को तो लगता है कि बच्चे ने अच्छा किया, लेकिन असलियत तो बहुत खराब है। ये सिस्टम बस लोगों को धोखा दे रहा है।
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    AAMITESH BANERJEE

    मई 30, 2024 AT 12:42
    मैं तो सोचता हूं कि अगर हम इतने ज्यादा छात्रों को पास कर रहे हैं, तो क्या हम उनकी तैयारी के बारे में ज्यादा गहराई से सोच रहे हैं? ये सिर्फ एग्जाम पास करना नहीं, बल्कि उन्हें जीवन के लिए तैयार करना है।
    क्या हमने कभी इस पर विचार किया कि इनमें से कितने बच्चे असली बातों को समझ पाएंगे? क्या हम उन्हें बस एक नंबर देकर छोड़ रहे हैं? ये सवाल तो ज्यादा महत्वपूर्ण हैं।
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    Akshat Umrao

    जून 1, 2024 AT 10:16
    वाह! 🙌 इतना अच्छा परिणाम! गांव के बच्चों की मेहनत देखकर आंखें भर आईं। ऑनलाइन क्लासेस का जो असर हुआ, वो तो अद्भुत है। अब ये जो लड़कियों का पास प्रतिशत है, वो तो बहुत अच्छा है। ये बदलाव असली है।
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    Sonu Kumar

    जून 2, 2024 AT 02:19
    ये सब बस एक बड़ा फिक्स्ड नंबर है। आपको लगता है कि बच्चे वाकई पढ़ रहे हैं? नहीं। वो तो जो भी फॉर्मूला याद कर लेते हैं, उससे एग्जाम पास कर लेते हैं।
    कोई भी वास्तविक समझ नहीं है। और फिर ये सब लोग खुश हो रहे हैं? मैं तो डर गया हूँ। ये सिस्टम तो बस एक फेक सुकून दे रहा है।
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    sunil kumar

    जून 2, 2024 AT 03:26
    इस उच्च पास रेट के पीछे क्या कोई शिक्षा नीति में बदलाव हुआ है? या फिर बस ग्रेडिंग सिस्टम में लचीलापन आया है? ये जानना जरूरी है।
    अगर ग्रेडिंग लचीली है, तो उसकी वैधता पर सवाल उठते हैं। अगर शिक्षा में सुधार हुआ है, तो उसका विश्लेषण करना चाहिए।
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    Mahesh Goud

    जून 3, 2024 AT 00:29
    ये सब झूठ है। मैंने एक टीचर से बात की जिसने कहा कि अब बच्चों के आंसर शीट्स को रिवाइज करके नंबर बढ़ा दिए जाते हैं। एग्जाम सेंटर में कोई न कोई चार्ज होता है।
    ये 95.81% का नंबर तो बस एक जासूसी चाल है जिससे सरकार का चेहरा बचाया जा रहा है। अगर तुम इसे विश्वास करते हो, तो तुम भी उसी सिस्टम के हिस्से हो।
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    Ravi Roopchandsingh

    जून 4, 2024 AT 23:20
    अरे ये जो पास प्रतिशत बढ़ाया गया, वो तो बस एक राजनीतिक चाल है! 😠 ये लोग बच्चों को बर्बाद कर रहे हैं। नंबर बढ़ाए जा रहे हैं, लेकिन ज्ञान नहीं! ये बच्चे अब क्या करेंगे? बस फेल हो जाएंगे 12वीं में! 🤬
    मैं तो बोलता हूँ - इस सिस्टम को तोड़ देना चाहिए! अब तक तो बच्चों के दिमाग को खराब कर दिया है!
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    dhawal agarwal

    जून 6, 2024 AT 09:52
    इस परिणाम को देखकर मुझे लगा कि भारत का भविष्य अभी भी जिंदा है। गांव के बच्चे, लड़कियां, ऑनलाइन क्लासेस - सबने मिलकर एक नई कहानी लिखी है।
    ये नंबर बस एक आंकड़ा नहीं, ये एक आत्मा की आवाज़ है। जिसने बिना रोशनी के, बिना बहुत कुछ के, अपनी मेहनत से रास्ता बना लिया।
    हमें इन बच्चों के लिए बस एक अवसर चाहिए - न कि एक नंबर।

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