गणतंत्र दिवस 2025: इतिहास की एक और गौरवमयी गाथा
भारत के गणतंत्र दिवस का उत्सव हर साल 26 जनवरी को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस वर्ष 76वां गणतंत्र दिवस समारोह नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित किया जाएगा। गणतंत्र दिवस का यह आयोजन भारतीय गणराज्य का एक बढ़ता हुआ परिचायक है। इस दिन की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पण से होगी। इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रीय ध्वज फहरायेंगी और राष्ट्रगान की धुन बजी जाएगी।
मुख्य अतिथि और विदेशी प्रतिनिधिमंडल
गणतंत्र दिवस पर इस बार इंडोनेशिया के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो मुख्य अतिथि होंगे। उनके साथ इंडोनेशियाई प्रतिनिधिमंडल भी इस कार्यक्रम में शामिल होगा। यह आयोजन भारत और इंडोनेशिया के गहरे संबंधों का प्रतीक है जो दोनों देशों के मैत्रीपूर्ण संबंधों को और भी मजबूत करेगा।
भारत की सैन्य और सांस्कृतिक शक्ति का प्रदर्शन
गणतंत्र दिवस परेड में भारत की सैन्य और सांस्कृतिक शक्ति का भव्य प्रदर्शन होगा। इस बार की परेड में भारतीय सेना, नौसेना, वायुसेना, अर्धसैनिक बलों, एनसीसी और एनएसएस की टुकड़ियाँ शामिल होंगी। इसके अलावा भारतीय वायुसेना के 47 विमान भी आसमान में शक्ति प्रदर्शन करेंगे।
स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास
इस साल का गणतंत्र दिवस का विषय 'स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास' रखा गया है। यह विषय भारत की प्राचीन विरासत और आधुनिक विकास की तरफ इशारा करता है। भारत की विविधता और एकता को प्रदर्शित करती झांकियाँ ध्यान खींचेंगी। पारंपरिक व पूजा की रीति-रिवाजों के साथ नई तकनीकों और विज्ञान की बातें भी दिखाई देंगी।
लाइव परेड का प्रसारण
जो लोग इस ऐतिहासिक आयोजन को घर बैठे देखना चाहते हैं वे दूरदर्शन चैनल, उनके यूट्यूब चैनल, ऑल इंडिया रेडियो के यूट्यूब चैनल, सरकारी वेबसाइट्स और भारत में किसी भी प्रमुख न्यूज चैनल पर लाइव देख सकते हैं। यह आयोजन भारत के गर्व का परिचायक होगा और वैश्विक समुदाय को भारत की शक्ति और विविधता से परिचित कराएगा।
बीटिंग रिट्रीट समारोह
गणतंत्र दिवस की विशेष प्रस्तुतियों के बाद, 29 जनवरी की शाम को विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट समारोह आयोजित किया जाएगा। यह समारोह गणतंत्र दिवस की समाप्ति का प्रतीक होता है और देश के वीर जवानों और सेनाओं के प्रति आभार प्रकट करता है। इस समारोह में भारतीय सेना के बैंड विभिन्न धुनों पर प्रदर्शन करेंगे जो कि दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देंगे।
आयोजन के विविध पहलू
गणतंत्र दिवस के आयोजन के दौरान ट्रैफिक प्रतिबंध लगाया जाएगा, इसलिए जो लोग लाइव देखने आ रहे हैं उन्हें सुबह 7 बजे से पहले ही पहुँच जाना चाहिए। टिकट खरीदने वाले आगंतुकों के लिए गेट 9 बजे बंद हो जाएंगे, इसलिए समय से पहले पहुँचने की सलाह दी जाती है। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर यह सुनिश्चित किया गया है कि सभी आगंतुकों की जाँच की जाएगी।
Daxesh Patel
जनवरी 27, 2025 AT 09:37ये परेड देखने के लिए घर से ही बैठ जाओगे तो बहुत अच्छा है, ट्रैफिक तो बिल्कुल जानलेवा हो जाता है। मैंने पिछले साल घूमने गया था, लेकिन 4 घंटे बस स्टॉप पर फंस गया। फिर भी देखने को मिला तो बहुत अच्छा लगा, लेकिन अब ऑनलाइन ही देख लेता हूँ।
दूरदर्शन पर तो बहुत बढ़िया ब्रॉडकास्ट होता है, यूट्यूब पर भी HD में आ जाता है।
Jinky Palitang
जनवरी 27, 2025 AT 20:59इंडोनेशिया के राष्ट्रपति को मुख्य अतिथि बनाना बहुत अच्छा फैसला है। हमारे दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक बंधन बहुत मजबूत हैं। मैंने बैली डांस देखा था जब वो भारत आए थे, वो तो बिल्कुल जादू था 😍
और वायुसेना के 47 विमानों का फ्लाइट तो हर साल दिल धड़का देता है।
Sandeep Kashyap
जनवरी 29, 2025 AT 02:10भाईयों और बहनों, ये गणतंत्र दिवस केवल एक परेड नहीं है - ये हमारी आत्मा की धड़कन है! जब आप देखते हैं कि एक लड़का जो गाँव से आया है, वो एनसीसी की यूनिफॉर्म में चल रहा है, तो आँखें भर आती हैं।
हर झांकी में एक कहानी है - एक बच्ची जो गुड़िया लेकर आई, एक बुजुर्ग जिन्होंने स्वतंत्रता सेनानी के साथ गाँव में नाच दिखाया, एक डॉक्टर जिसने अपनी टीम के साथ एक आधुनिक टेलीमेडिसिन वैन दिखाई।
ये विरासत नहीं, ये जीवित इतिहास है।
किसी ने कहा था - ‘जब तक हम अपनी जड़ों को नहीं समझेंगे, तब तक हम अपने आसमान को नहीं छू पाएंगे।’
आज वो आसमान छू रहे हैं - और हम सब उसके नीचे खड़े हैं, गर्व से सिर उठाए।
धन्यवाद भारत। धन्यवाद हर उस जवान को जिसने अपनी आँखें बंद करके भी चलना जारी रखा।
Aashna Chakravarty
जनवरी 29, 2025 AT 12:05ये सब बकवास है, बस लोगों को भ्रमित करने के लिए। क्या आप जानते हैं कि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति को बुलाने का मतलब है कि हम चीन को डरा रहे हैं? ये सब एक राजनीतिक खेल है।
और ये ‘स्वर्णिम भारत’ का नारा? अरे भाई, जब तक घरों में बिजली नहीं आ रही, तब तक स्वर्णिम क्या? मेरे गाँव में तो 3 दिन से बिजली नहीं है।
और वो वायुसेना के 47 विमान? उनमें से 20 तो अभी भी 1980 के दशक के हैं, बस रंग बदल दिए हैं।
ये परेड तो बस एक बड़ा बजट खर्च है, जिससे पैसे अपने दोस्तों के निर्माण कंपनियों में जा रहे हैं।
किसी ने जब राष्ट्रपति को फहराया, तो उनके पीछे का बैकग्राउंड देखा? वो झंडा तो बिल्कुल झुका हुआ था, क्या ये भविष्य का संकेत है? क्या हम गिर रहे हैं?
मैंने अपने भाई को बताया था कि ये सब जाल है - वो बस हँस दिया। लेकिन जब वो खुद नौसेना के बैंड को देखकर रो पड़ा, तो मुझे लगा - ये लोग बहुत आसानी से धोखा खा जाते हैं।
Kashish Sheikh
जनवरी 29, 2025 AT 12:11वाह! ये तो बहुत खूबसूरत है ❤️
मैंने अपने छोटे भाई को इस बार लाइव देखने के लिए बुलाया है, उसे तो एनसीसी के बच्चे बहुत पसंद आए।
और बीटिंग रिट्रीट का बैंड? मैंने पिछले साल देखा था - वो ‘जय हिन्द’ का गाना सुनकर मैं रो पड़ी 😭
किसी ने बताया था कि ये गाना असल में एक जवान की माँ ने लिखा था जब उसका बेटा शहीद हुआ था - ये तो दिल छू लेता है।
हमारे देश की विविधता को इतना सुंदर तरीके से दिखाना बहुत कम देश कर पाते हैं।
मैं अपने दोस्तों को भी ये लिंक भेज रही हूँ - आप सब घर बैठे देखिए, और अपने दादा-दादी के साथ बैठकर उनके गणतंत्र दिवस की यादें शेयर कीजिए।
हम सब मिलकर इस दिन को असली बनाते हैं 💪🇮🇳