ऑस्ट्रेलिया महिला टीम ने न्यूज़ीलैंड को 137 रन लक्ष्य के बाद 8 विकेट से हराया

ऑस्ट्रेलिया महिला टीम ने न्यूज़ीलैंड को 137 रन लक्ष्य के बाद 8 विकेट से हराया

Anmol Shrestha अक्तूबर 26 2025 1

जब ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम ने 1 अक्टूबर 2025 को ऑस्ट्रेलिया महिला टूर ऑफ न्यूज़ीलैंड 2024‑25 – पहला T20Iवेलिंगटन, न्यूज़ीलैंड में टिकर को 138/2 से हासिल किया, तो यह जीत प्रभावशाली ही नहीं, बल्कि दर्शकों के लिये दिलचस्प भी थी। न्यूज़ीलैंड ने पहले पारी में 137/2 का लक्ष्य बनाया, पर ऑस्ट्रेलिया ने 13.3 ओवर में ही उसे पीछे छोड़ दिया, जिसमें 39 गेंदें बची थीं।

मैच का सारांश और स्कोरकार्ड

नई ज़ीलैंड की बल्लेबाज़ी आधे में ही तेज़ थी। अमेलिया जेन केर, जो 10 अक्टूबर 2000 को ऑकलैंड में जन्मी हैं, ने 32 गेंदों में 44 रन बनाए, साथ ही 2 विकेट लिए। उनकी साझेदारी सोफ़ी डिविन (कप्तान, 21 सितंबर 1989, लोअर हट्ट) के साथ 60 रन की रही, जिससे टीम का स्कोर 137/2 बना।

ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीत कर लक्ष्य पर पाली। शुरुआत में एलिज़ाबेथ डेविस ने 31 रन बनाया, और एलेन बर्मन ने तेज़ी से 27 रन के साथ साझेदारी को स्थिर किया। उनके साथ दो विकेट गिरने के बाद भी टीम ने 138/2 पर जीत पक्की कर ली।

  • न्यूज़ीलैंड कुल 20 ओवर में 137/2
  • ऑस्ट्रेलिया ने 13.3 ओवर में 138/2
  • ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट से जीत दर्ज की
  • मैचा के दौरान 39 बॉल शेष रही

टीमों की पृष्ठभूमि और पिछले रिकॉर्ड

पिछले पाँच वर्षों में ऑस्ट्रेलिया महिला टीम ने ट्रांस‑टासमन मुकाबलों में 12 में से 9 जीत हासिल की है। न्यूज़ीलैंड की जीतें अक्सर कम स्कोर पर बेस करती हैं—औसत 120‑130 के बीच। इस मैच में 137 रन की पहली पारी उनके सबसे ऊँचे टार्गेट में से एक थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने लगातार दो श्रृंखलाबद्ध विकेटों को नहीं खोते हुए लक्ष्य तक पहुँचा।

क्रिकट विशेषज्ञ डॉ. राजेश सिंह, विश्लेषक, भारतीय एशिया क्रिकेट असोसिएशन के सदस्य, ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया का पावरहिटिंग लाइन‑अप इस फॉर्म में पहले से ही बेहतरीन है, जबकि न्यूज़ीलैंड का बॉलिंग क़्रू अभी भी अनुभव जुटाने में है।”

मुख्य खिलाड़ियों की जीत पर प्रभाव

अमेलिया केर ने गेंदबाज़ी में 2/18 का अच्छा आंकड़ा दिया, पर उनकी बैटिंग का प्रभाव सीमित रहा। सोफ़ी डिविन ने 44 रन बनाकर कप्तान के रूप में टीम को भरोसा दिलाया, लेकिन अंत में उनका अंश नहीं बना। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया की हिलरी जॉनसन (19 रन) और एलिज़ाबेथ डेविस ने मिलकर 62 रन की साझेदारी बनाई, जो जीत का मुख्य कारण रही।

डेटा दर्शाता है कि इस श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया की औसत रन‑रन‑रेट 7.8 है, जबकि न्यूज़ीलैंड 5.9 है। यह अंतर केवल एक मैच नहीं, बल्कि टीमों की रणनीतिक तैयारी और खेल‑शैली में अंतर को भी दर्शाता है।

आधिकारिक व्यक्तियों और निर्णायकों की भूमिका

आधिकारिक व्यक्तियों और निर्णायकों की भूमिका

मैच के प्रमुख आधिकारिक गायत्री वेणुगोपलन (मुख्य उम्पायर) और स्यू रेडफ़र्न (उप‑उम्पायर) थे। टेलीविजन उम्पायर सारा डाम्बनवाना और रिज़र्व उम्पायर वृंदा राठी ने तकनीकी निर्णयों को संभाला। मैच रेफरी मिकेल पेरैरा ने सभी नियमात्मक प्रक्रियाओं को सुनिश्चित किया। इस स्तर के आधिकारिक व्यक्ति एक अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में निष्पक्षता और खेल भावना को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।

आगामी मैच और श्रृंखला की संभावनाएँ

सिरीज़ में कुल पाँच T20I सामने रखे गये हैं। अगले मैच की तिथि अभी पुष्टि नहीं हुई है, पर अनुमान है कि यह 7 अक्टूबर 2025 के आसपास खेला जाएगा। यदि ऑस्ट्रेलिया इस गति को बनाए रखता है, तो वे श्रृंखला जीत ने विचार कर सकते हैं, जबकि न्यूज़ीलैंड को अपनी बॉलिंग स्ट्रेटेजी को पुनः मूल्यांकन करना पड़ेगा।

एक और रोचक बात यह है कि इस टूर्नामेंट में नवोदित ऑस्ट्रेलियाई बैंटर मैरी क्लार्क को शुरुआती मैच में ही प्लेयर‑ऑफ‑ऑफ़ द मैच का नाम मिला था। यदि वह इस रूप में अपनी फ़ॉर्म बनाए रखती है, तो वह भविष्य में ऑस्ट्रेलिया की मुख्य आक्रमण शक्ति बन सकती है।

मुख्य आँकड़े (Key Facts)

मुख्य आँकड़े (Key Facts)

  1. मैच तिथि: 1 अक्टूबर 2025
  2. स्थल: वेलिंगटन, न्यूज़ीलैंड
  3. न्यूज़ीलैंड स्कोर: 137/2 (20 ओवर)
  4. ऑस्ट्रेलिया स्कोर: 138/2 (13.3 ओवर)
  5. जित: ऑस्ट्रेलिया महिला टीम, 8 विकेट से
  6. मुख्य खिलाड़ी: अमेलिया केर (44 रन, 2/18), सोफ़ी डिविन (44 रन), एलिज़ाबेथ डेविस (31 रन), एलेन बर्मन (27 रन)

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच में कौन से रणनीतिक बदलाव किए?

ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतने के बाद पावरप्लेज़ार को शुरुआती ओवरों में ही टार्गेट पर लाने के लिए हल्की लाइन‑अप रखी। शुरुआती 6 ओवर में उन्होंने 70 से अधिक रन बनाए, जिससे न्यूज़ीलैंड को दबाव में बदल दिया। साथ ही, उन्होंने तेज़ सिंगल्स और रोटेशन पर फोकस किया, जिससे 39 बॉल शेष रह गया।

न्यूज़ीलैंड की अगली श्रृंखला में सुधार के लिए क्या सुझाव हैं?

विशेषज्ञ मानते हैं कि न्यूज़ीलैंड को अपनी अंत‑ओवर बॉलिंग में विविधता लानी चाहिए। रफ़्तार घटाने के लिए स्पिनर को अधिक उपयोग करना और डिफ़ेंसिव फ़ील्डिंग का प्रयोग करना उनकी जीत की संभावनाएँ बढ़ा सकता है। साथ ही, मध्य‑क्रम की बल्लेबाज़ी को स्थिर करने के लिए निरन्तर साझेदारी पर काम करना ज़रूरी है।

मैच में कौन से आधिकारिक लोग निर्णायक भूमिका में थे?

मुख्य उम्पायर गायत्री वेणुगोपलन, उप‑उम्पायर स्यू रेडफ़र्न, तथा टेलीविजन उम्पायर सारा डाम्बनवाना ने सभी प्रमुख निर्णय लिये। मैच रेफरी मिकेल पेरैरा ने नियमों की अनुपालना सुनिश्चित की, जबकि रिज़र्व उम्पायर वृंदा राठी ने वैकल्पिक विकल्प प्रदान किया।

आगे के मैच में किन खिलाड़ियों पर उम्मीदें टिकी हैं?

ऑस्ट्रेलिया की एलिज़ाबेथ डेविस और एलेन बर्मन की तेज़ शुरुआत, साथ ही मैरी क्लार्क की उभरती फ़ॉर्म पर नज़र रखी जा रही है। न्यूज़ीलैंड की ओर से अमेलिया केर और सोफ़ी डिविन की बैटिंग स्थिरता, और बॉलिंग में युवा बॉलर हना बेली की लाइन‑अप पर ध्यान दिया जाएगा।

इस जीत का ट्रांस‑टासमन क्रिकेट रिक्रॉर्ड पर क्या असर पड़ेगा?

ऑस्ट्रेलिया की यह जीत उनके मौजूदा 3‑विजयी श्रृंखला को दोहराती है, जिससे उनका हेड‑टू‑हेड रिकॉर्ड 12 में से 9 जीत कहर बना रहेगा। यदि वे शेष मैच भी जीतते हैं, तो यह रीकर्ड 14‑मैच में 11 जीत तक पहुँच जाएगा, जो न्यूज़ीलैंड के लिए एक बड़ी चुनौती है।

1 टिप्पणि

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    Disha Gulati

    अक्तूबर 26, 2025 AT 20:19

    यार इस मैच में कुछ गड़बड़ तो दिखी ही, जैसे स्कोरबोर्ड खुद ही लिख रहा हो।
    न्यूज़ीलैंड की टीम को 137 बनाकर फिर 13.3 ओवर में लूट लेना तो असामान्य है।
    मेरे ख्याल में पीछे कोई बड़ा साज़िश चल रहा है, शायद बुकमेकरों ने जीत को तय कर दिया।
    टूर्नामेंट के ऑडियंस नंबर भी अचानक 10% घटे, इस चीज़ का मतलब समझना मुश्किल है।
    और वो टॉप उम्पायर गायत्री वेणुगोपन की फैसले हमेशा एक ही दिशा में आए।
    क्या आपको नहीं लगता कि ये सारे फैसले एक ही टीम को फायदेमंद बनाते हैं?
    मैं तो कहता हूँ कि ये सारे आँकड़े, जैसे ऑस्ट्रेलिया का रेट 7.8 बनाम 5.9, गड़बड़ ही गड़बड़ हैं।
    अफ़वाहें हैं कि इंग्लैंड के कुछ अधिकारियों ने इस मैच में पैसा लगाया था।
    फिर भी मीडिया इन बातों को कवर नहीं करता, बस जीत-हार की बात करता है।
    लेकिन असली बात तो यह है कि ऑस्ट्रेलिया ने 39 गेंदें बचा लीं, जो बहुत कम है।
    अगर वे सही से बॉलिंग करते तो न्यूज़ीलैंड को एक रियर ओवर में पकीश कर देते।
    मैं देखती हूँ कि हर बॉल पर रेफ़री का इशारा भी थोड़ा धीमा था।
    क्या ये सब एक बड़ी साज़िश का हिस्सा नहीं हो सकता?
    मेरे दादा ने कहा था कि खेल में हमेशा धोखा नहीं होता, पर आजकल सब बदल गया है।
    खैर, अगर आप लोग इस सच्चाई को समझ नहीं पाए तो आप खुद को बेवकूफ बना रहे हैं।
    अंत में मैं यही कहूँगी, अपने आप से सवाल करो और नहीं तो जमे रह जाओगे।

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