रिलायंस जियो बनाम एयरटेल: नई प्रीपेड और पोस्टपेड प्लान्स की तुलना

रिलायंस जियो बनाम एयरटेल: नई प्रीपेड और पोस्टपेड प्लान्स की तुलना

Anmol Shrestha जून 28 2024 17

रिलायंस जियो बनाम एयरटेल: नई प्रीपेड और पोस्टपेड प्लान्स की तुलना

भारत की दो सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनियां, भारती एयरटेल और रिलायंस जियो, ने अपने टैरिफ प्लान्स की कीमतों में 600 रुपये तक की वृद्धि की है। यह वृद्धि 3 जुलाई से लागू होगी और इसका प्रभाव प्रीपेड, पोस्टपेड और डेटा ऐड-ऑन प्लान्स पर पड़ेगा। इस टैरिफ वृद्धि को कंपनियों ने उनके लाभ मार्जिन को बनाए रखने और बेहतर टेलीकॉम इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश के लिए जरूरी बताया है।

उपभोक्ताओं पर प्रभाव

इस मूल्य वृद्धि का सबसे अधिक प्रभाव उन उपभोक्ताओं पर पड़ेगा जो पहले से ही अपने बजट में टेलीकॉम खर्च को लेकर संवेदनशील हैं। आर्थिक रूप से कमजोर उपभोक्ताओं के लिए यह एक बड़ी चिंता का विषय है। कई उपभोक्ता अब अपने वर्तमान प्लान के समाप्त होने से पहले अधिक से अधिक डेटा पैक खरीद रहे हैं ताकि मूल्य वृद्धि का प्रभाव कम किया जा सके।

एयरटेल के दावे

एयरटेल ने दावा किया है कि इस टैरिफ वृद्धि के माध्यम से वे अपनी सेवाओं की गुणवत्ता और कवरेज में सुधार के लिए अधिक निवेश कर सकेंगे। कंपनी ने कहा कि उनकी नई कीमतें उन्हें अनुसंधान और विकास में अधिक संसाधनों का निवेश करने के लिए प्रेरित करेंगी, जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा मिलेगी।

रिलायंस जियो के बदलाव

रिलायंस जियो ने अपने दो लोकप्रिय प्लान्स, जिनकी कीमतें 395 रुपये (84 दिन के लिए) और 1559 रुपये (336 दिन के लिए) थीं, को हटा दिया है। ये प्लान्स 'ट्रूली अनलिमिटेड 5G' के साथ असीमित 5G डेटा प्रदान करते थे। जियो की इस रणनीति का उद्देश्य क्या है, यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन इसका प्रभाव उपभोक्ताओं पर अवश्य पड़ेगा जो इन प्लान्स का नियमित उपयोग करते थे।

नई टैरिफ योजनाओं की तुलना

नए टैरिफ प्लान्स की तुलना करते समय हमें विभिन्न उपयोगकर्ता श्रेणियों को ध्यान में रखना होगा। कंपनी ने विभिन्न उपयोगकर्ताओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए अलग-अलग डेटा लिमिट्स और वैधता अवधि के प्लान्स पेश किए हैं।

  • 2GB/दिन
  • 1GB/दिन
  • 1.5GB/दिन
  • 2GB/दिन
  • 2.5GB/दिन
  • 3GB/दिन
  • 6GB/दिन

इसी प्रकार, पोस्टपेड प्लान्स में 40GB, 75GB, 105GB और 190GB मासिक डेटा लिमिट्स के साथ विभिन्न योजनाएं पेश की गई हैं। इन योजनाओं के माध्यम से उपभोक्ता अपनी डेटा जरूरतों के अनुसार योजनाएं चुन सकते हैं।

उपभोक्ताओं की प्रतिक्रिया

ऑनलाइन उपभोक्ताओं ने इस मूल्य वृद्धि को लेकर असंतोष जताया है। सोशल मीडिया पर इस विषय को लेकर कई प्रतिक्रियाएं आई हैं। कई उपभोक्ताओं का मानना है कि यह मूल्य वृद्धि उनकी जेब पर भारी पड़ेगी और वे अब अपनी मासिक बजट में टेलीकॉम खर्च को समायोजित करने के उपाय तलाश रहे हैं।

टेलीकॉम कंपनियों की प्रतिक्रिया

टेलीकॉम कंपनियों का कहना है कि मूल्य वृद्धि जरूरी थी क्योंकि उन्हें अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए लगातार निवेश की जरूरत होती है। उनकी राय है कि बेहतर सेवाओं और कवरज के लिए तकनीकी सुधार आवश्यक है और इसके लिए खर्च की आवश्यकता होती है।

समाप्ति

कुल मिलाकर, यह मूल्य वृद्धि उपभोक्ताओं और टेलीकॉम उद्योग दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। उपभोक्ताओं को अपनी बजट योजना में बदलाव करना होगा, जबकि टेलीकॉम कंपनियों को अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर और सेवाओं में सुधार के लिए नए तकनीकी और वित्तीय उपाय करने होंगे। इस बदलाव का अंतिम प्रभाव क्या होगा, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन अभी यह स्पष्ट है कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो भारतीय टेलीकॉम बाजार को नई दिशा दे सकता है।

17 टिप्पणि

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    Irigi Arun kumar

    जून 29, 2024 AT 04:17

    ये टेलीकॉम कंपनियां तो अब सिर्फ लूटने के लिए ही बन गई हैं। 395 रुपये का प्लान जो हमें 5G का सपना दिखाता था, वो अचानक गायब हो गया। अब हमें 699 रुपये देकर 2GB/दिन लेना पड़ेगा? ये नहीं, ये तो बस ब्रिटिश काल का ज़ुल्म दोहरा रहे हैं। अगर आपके पास इतना पैसा है तो आप अपना बिजली बिल भी दोगुना कर दीजिए।

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    Jeyaprakash Gopalswamy

    जुलाई 1, 2024 AT 02:36

    मैं बस यही कहूंगा कि अगर आपको लगता है कि आपका बजट इस बदलाव को सहन नहीं कर पाएगा, तो अपने फोन का डेटा इस्तेमाल थोड़ा कम कर दीजिए। अपने बच्चों के लिए या बूढ़े माता-पिता के लिए एक अलग फोन रखना शुरू कर दीजिए। छोटी-छोटी चीजों से बड़ा बदलाव आता है।

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    ajinkya Ingulkar

    जुलाई 2, 2024 AT 13:37

    ये सब अमेरिका की तरफ से चल रही साजिश है। जियो और एयरटेल दोनों अमेरिकी कंपनियों के नियंत्रण में हैं। वो चाहते हैं कि हम भारतीय आम आदमी को अपने बजट से बाहर धकेल दें। ये जानबूझकर किया जा रहा है। हमारे देश के टेलीकॉम सेक्टर को अंग्रेजों ने बेच दिया था, अब अमेरिका उसका फायदा उठा रहा है।

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    nidhi heda

    जुलाई 3, 2024 AT 10:49

    अरे भाईयों ये सब तो बहुत बुरा हो गया 😭 मैं तो रो रही हूं, मेरा बजट तो बिल्कुल फट गया 😭😭 अब मैं अपना फोन बंद कर दूं? या फिर बिना इंटरनेट के जीऊं? 😭

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    DINESH BAJAJ

    जुलाई 4, 2024 AT 19:01

    इस बात को आपने नहीं देखा कि जियो के तीन साल पहले के प्लान में भी लिमिटेड डेटा था। लेकिन आपने उसे अनलिमिटेड कहकर झूठ बोला। अब जब वास्तविकता आ गई, तो आप बहुत दुखी हो गए। ये तो आपकी अपनी भावनात्मक अनियंत्रितता है।

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    Rohit Raina

    जुलाई 5, 2024 AT 17:27

    मैं तो बस यही कहूंगा कि अगर आपको 2GB/दिन ज्यादा लगता है, तो आप Wi-Fi का इस्तेमाल करें। घर पर, काम पर, कैफे में - सब जगह Wi-Fi है। आपका फोन बस एक बैटरी बॉक्स नहीं है, ये एक टूल है। इसे बुद्धिमानी से इस्तेमाल करें।

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    Prasad Dhumane

    जुलाई 7, 2024 AT 04:08

    देखिए, ये टैरिफ बदलाव एक अलग तरह का संक्रमण है। जैसे पहले बाजार में सस्ता दूध मिलता था, अब वो अच्छे गुणवत्ता वाला हो गया - लेकिन कीमत बढ़ गई। अब जो लोग गुणवत्ता चाहते हैं, वो भुगतान करेंगे। जो नहीं, वो बाहर रहेंगे। ये बाजार का नियम है। हमें इसे नाराजगी से नहीं, बल्कि समझ से देखना होगा।

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    rajesh gorai

    जुलाई 8, 2024 AT 14:26

    ये टेलीकॉम एक नेटवर्क इकोसिस्टम का अंग है, जिसका लेयरिंग एंट्रॉपी बढ़ रही है। जब एक एजेंट (उपभोक्ता) अपनी डिमांड को सीमित करता है, तो ऑपरेटर के लिए नेटवर्क ऑप्टिमाइजेशन का नियम बदल जाता है। अब वो डेटा प्लानिंग को बैलेंस्ड स्ट्रेटेजी में रिडिफाइन कर रहे हैं - जिसमें एजेंट रिस्पॉन्सिविटी और कैपेसिटी एलोकेशन का डायनामिक ट्रेडऑफ है।

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    Rampravesh Singh

    जुलाई 9, 2024 AT 10:08

    प्रिय नागरिकों, यह टेलीकॉम सेक्टर में एक अत्यंत महत्वपूर्ण विकास है। आधुनिक बुनियादी ढांचे के लिए आवश्यक निवेश के लिए इस टैरिफ संशोधन का उचित और आवश्यक उपाय है। हमें अपने देश के भविष्य की ओर देखना चाहिए, न कि अल्पकालिक लाभ की ओर।

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    Akul Saini

    जुलाई 9, 2024 AT 11:34

    क्या आपने ध्यान दिया कि 2GB/दिन वाले प्लान्स को दो बार लिस्ट किया गया है? और 1.5GB/दिन का प्लान अचानक आ गया? ये एक गलती है या फिर एक ट्रिक? अगर ये गलती है, तो कंपनी का ऑपरेशनल डिसिप्लिन कमजोर है। अगर ट्रिक है, तो ये बहुत बुरी बात है।

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    Arvind Singh Chauhan

    जुलाई 9, 2024 AT 13:49

    मैं इस बात को बहुत गंभीरता से लेता हूं। ये बदलाव आपके जीवन को बदल सकता है। आपकी बचत, आपका बजट, आपकी रोज की आदतें - सब कुछ बदल जाएगा। और जब आप इसे अनुभव करेंगे, तो आपको लगेगा कि आपका आत्मसम्मान भी कम हो गया।

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    AAMITESH BANERJEE

    जुलाई 10, 2024 AT 21:47

    मैं तो अपने दोस्त के साथ एक साथ प्लान शेयर कर रहा हूं। उसके पास एयरटेल है, मेरे पास जियो। हम दोनों अपने डेटा को बांट लेते हैं। अगर आपके पास कोई विश्वसनीय दोस्त है, तो ऐसा करना बहुत अच्छा विकल्प है। दोस्ती और टेक्नोलॉजी एक साथ चल सकती हैं।

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    Akshat Umrao

    जुलाई 11, 2024 AT 16:49

    मैंने अभी अपने फोन पर एक नया प्लान खरीदा है - 3GB/दिन, 84 दिन का। थोड़ा महंगा है, लेकिन मैं अपने बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लासेस के लिए डेटा चाहता हूं। इस बदलाव को लेकर गुस्सा तो है, लेकिन जिंदगी जारी है। 😊

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    Sonu Kumar

    जुलाई 12, 2024 AT 03:09

    मैंने अपने दो बेटों के लिए दो अलग-अलग नंबर खरीदे हैं - एक जियो, एक एयरटेल। अब मैं उनके बीच डेटा शेयर कर रहा हूं। ये तो बहुत बुद्धिमानी से किया गया है। आप लोग बस बहुत आसानी से भरोसा कर लेते हैं। आपको ये नहीं पता कि आपका डेटा कहां जा रहा है।

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    sunil kumar

    जुलाई 12, 2024 AT 05:01

    क्या आपने इन नए प्लान्स की तुलना अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर की है? अमेरिका में 100GB/महीना का प्लान 80 डॉलर में मिलता है। हमारे पास 190GB का प्लान 999 रुपये में है। यह तो बहुत सस्ता है।

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    Mahesh Goud

    जुलाई 13, 2024 AT 18:33

    ये सब गूगल और फेसबुक के लिए है। जब आप अधिक डेटा इस्तेमाल करते हैं, तो वो आपके डेटा को ट्रैक करते हैं। फिर वो आपकी आदतों के आधार पर आपको एड्स दिखाते हैं। और जब आप इस प्लान को बदलते हैं, तो वो आपके बजट को भी ट्रैक कर लेते हैं। ये एक विशाल नियंत्रण अभियान है।

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    Ravi Roopchandsingh

    जुलाई 14, 2024 AT 09:17

    अब जियो और एयरटेल ने एक गुप्त समझौता किया है। वो दोनों मिलकर एक टैरिफ जाल बना रहे हैं। जब एक की कीमत बढ़ेगी, तो दूसरी भी बढ़ा देगी। ये एक गैंग बन गए हैं। अब तो भारतीय उपभोक्ता एक निर्दोष बलि है। 🤬

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