भारत का धुंआधार प्रदर्शन
भारत और बांग्लादेश के बीच चल रहे दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन भारतीय टीम ने अपने दमदार प्रदर्शन से सभी को चौंका दिया। बांग्लादेश की पहली पारी का समापन 233 रनों पर हुआ, जिसमें टीम कुल 74.2 ओवर ही खेल पाई। मोमिनुल हक ने नाबाद 107 रन बनाए, लेकिन उनकी मेहनत बेकार जाती दिखी क्योंकि बाकी बल्लेबाज कोई खास योगदान नहीं दे सके।
रोहित शर्मा की चमकदार शुरुआत
भारत ने अपनी पहली पारी में बल्लेबाजी की धमाकेदार शुरुआत की। यशस्वी जायसवाल और रोहित शर्मा ने मिलकर पहले दो घंटों में 29 रन बनाए। जायसवाल ने पहले ओवर में लगातार तीन चौके जड़े, जिससे मैच का टोन सेट हो गया। वहीं, रोहित शर्मा ने दूसरे ओवर में लगातार छक्के मारकर भीड़ को उत्साहित कर दिया। तीसरे ओवर की पहली गेंद पर रोहित को किस्मत का सहारा मिला जब बांग्लादेश ने कैच आउट की अपील नहीं की। इस अवसर को भुनाते हुए रोहित ने अगली गेंद पर एक और छक्का जड़ा। जायसवाल ने इस ओवर में एक छक्के और दो लगातार चौकों के साथ बाउंड्री की पार्टी जारी रखी। महज तीन ओवर में भारत ने 51 रन बटोरे, जिससे टेस्ट मैच के इतिहास में सबसे तेज 50 रन का रिकॉर्ड बना।
लंच के बाद का सत्र
पोस्ट-लंच सत्र में बांग्लादेश की टीम ने अपने ओवरनाइट स्कोर 205 पर 6 विकेट से मात्र 28 रन ही जोड़े। भारतीय गेंदबाजी आक्रमण बांग्लादेश की निचली क्रम के बल्लेबाजों के लिए काफी मजबूत साबित हुआ। जसप्रीत बुमराह ने 50 रन देकर सर्वाधिक 3 विकेट लिए। आकश दीप, रविचंद्रन अश्विन और मोहम्मद सिराज ने भी योगदान दिया, उन्होंने मिलकर 6 विकेट साझा किए। इस दौरान रविंद्र जडेजा ने 300 टेस्ट विकेट पूरा करने का महत्वपूर्ण माइलस्टोन हासिल किया।
सीरीज पर भारत की पकड़
इस टेस्ट मैच में 1-0 से बढ़त बनाने के साथ ही भारत का हौसला बढ़ा हुआ है। आदर्श बल्लेबाजी और गेंदबाजी प्रदर्शन के साथ भारतीय टीम ने आगे बढ़ने का मन बना लिया है, और सीरीज पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
फैंस और क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह मैच विशेष रहा, क्योंकि भारतीय टीम ने अपने आक्रामक खेल से सभी को लुभाया। रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल की जोड़ी ने न केवल दर्शकों को शानदार खेल का अनुभव कराया, बल्कि टीम के लिए एक मजबूत स्थिति सुनिश्चित की।
भारत की आगे की रणनीति और प्रदर्शन पर सभी की निगाहें टिकी हैं। क्या भारतीय टीम इस गति को बनाए रख पाएगी और आगामी मैचों में भी इसी तरह का प्रर्दशन करेगी? यह देखने योग्य होगा।
क्रिकेट के दीवानों के लिए इस टेस्ट सीरीज का हर पल उत्साह से भरा रहा है। खिलाड़ियों ने न केवल अपनी कड़ी मेहनत और सामरिक कौशल का प्रदर्शन किया, बल्कि खेल भावना का भी बेहतर परिचय दिया है।