सूर्या की फिल्म 'कंगुवा' पर ट्विटर समीक्षा: दोहरी भूमिका में सूर्या का शानदार प्रदर्शन

सूर्या की फिल्म 'कंगुवा' पर ट्विटर समीक्षा: दोहरी भूमिका में सूर्या का शानदार प्रदर्शन

सौरभ शर्मा नवंबर 15 2024 0

सूर्या की 'कंगुवा' ने ट्विटर पर मचाई धूम

तमिल फिल्म 'कंगुवा' जिसमें सूर्या ने दोहरी भूमिका निभाई है, ने ट्वीटर पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही प्रकार की समीक्षाएं बटोरी हैं। यह फिल्म प्रसिद्ध निर्देशक सिवा द्वारा निर्देशित की गई है और इसके बारे में चर्चा है कि यह एक 'शानदार थ्रिलर' है जिसमें हॉलीवुड से प्रेरित कहानी और शानदार VFX का प्रयोग किया गया है। फिल्म में बॉबी देओल और दिशा पटानी ने भी महत्वपूर्ण किरदार निभाए हैं।

फिल्म को लेकर उत्साह का एक मुख्य कारण सूर्या का पर्दे पर लौटना है क्योंकि उन्होंने दो साल के अंतराल के बाद कोई फिल्म की है। ट्विटर पर सूर्या के प्रदर्शन की भरपूर सराहना की जा रही है, विशेषकर उनके एक्शन सीन और भावनात्मक दृश्यों की। इन दृश्यों ने दर्शकों को बांध कर रखा, और उनकी अभिनय क्षमता की बहुत तारीफ़ हो रही है।

फिल्म का निर्देशन और प्रस्तुतिकरण

फिल्म की सिनेमेटोग्राफी और विजुअल इफेक्ट्स ने भी ऑडियंस का ध्यान आकर्षित किया है। ये बड़े पैमाने पर बनाए गए हैं और हर शॉट को एक भव्यता प्रदान करते हैं। इसी के साथ यह भी देखा जा रहा है कि कहानी में कुछ ऐसी बातें भी हैं जो देखने वालों को अपने में नहीं बांध पा रहीं। इसके तहत कुछ समीक्षकों ने कहानी को पहले से ही अनुमानित और समझ में नहीं आने वाले बताया है।

अन्य पीरियड ड्रामा से तुलना

फिल्म को 'मागधीरा' और 'अरुंधति' जैसी भव्य फिल्मों से तुलना मिल रही है, जो कि अपनी कहानी और स्थापन के लिए जानी जाती हैं। कुछ दर्शकों ने तर्क दिया है कि 'कंगुवा' की कहानी भी कहीं न कहीं इन फिल्मों से मिलती-जुलती है। हालांकि, सूर्या के फैंस इस बारे में इतने चिंतित नहीं हैं, क्योंकि उनके लिए इस बड़े पर्दे पर सूर्या की वापसी ही शांतिदायक है।

बॉक्स ऑफिस पर 'कंगुवा' का शानदार आगाज़

बॉक्स ऑफिस पर इस फिल्म ने एक धमाकेदार शुरुआत की है। रिपोर्टों के मुताबिक, भारत में अपने ओपनिंग दे के पहले ही दिन इसने 7.39 करोड़ रुपये का कारोबार कर लिया है। ट्रेड एनालिस्ट्स का मानना है कि तमिलनाडु में इस फिल्म का ओपनिंग कलेक्शन 25 करोड़ रुपये तक जा सकता है।

संक्षेप में कहें तो, 'कंगुवा' में कुछ खामियाँ जरूर हैं, लेकिन सूर्या की दमदार प्रस्तुतिकरण और फिल्म की दृश्यों की भव्यता इसे उनके प्रशंसकों और इस शैली के चाहने वालों के लिए आनंददायक बनाती है।