2024 राष्ट्रपति चुनाव – क्या है नया और क्यों मायने रखता है?

आप सुने होंगे कि इस साल भारत में राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारों की धूम है। लेकिन असली सवाल है‑ ये चुनाव आपके रोज़मर्रा की जिंदगी को कैसे प्रभावित करेगा? हम यहाँ आसान भाषा में बताते हैं कि कौन-कौन शामिल है, कब वोट डाले जाएंगे, और कानपुर में इसके क्या असर हो सकते हैं।

मुख्य उम्मीदार और उनके एलायंस

इस बार दो बड़े ब्लॉक्स ने अपना दावेदारी का बैनर लहराया है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने अपने भरोसेमंद राजनेता को सर्वसम्मति से चुना है, जबकि विपक्षी मोर्चा, जिसमें कांग्रेस और कुछ छोटे दल शामिल हैं, ने एक अलग प्रोफ़ाइल वाले उम्मीदवार को सपोर्ट कर रहा है। दोनों पक्ष अपने‑अपने समर्थकों को इस बात से भरोसा दिला रहे हैं कि नया राष्ट्रपति देश की नीतियों, न्याय प्रणाली और अंतर्राष्ट्रीय छवि को संतुलित रखेगा।

आपको ये जानना चाहिए कि राष्ट्रपति का मुख्य काम संविधान की रक्षा करना और संसद के बीच संतुलन बनाना है। इसलिए, व्यक्तिगत लोकप्रियता से ज़्यादा उनके राजनीतिक अनुभव और समझदारी पर दारूख़ानी होती है। अगर आप अभी तक इस पर विचार नहीं कर पाए हैं, तो उम्मीदवारों के पिछले रिकॉर्ड, उनके बयान, और किन मुद्दों पर उन्होंने ध्यान दिया है, इन सब पर ध्यान दें।

वोटिंग प्रक्रिया और कानपुर की भूमिका

राष्ट्रपति का पद पर सीधे जनता नहीं, बल्कि ब़ीते वाले 12,682 वैध गवर्नर, लेजिस्लेटर, और राज्य विधायकों के एक विशेष समूह – एलेक्टोरल कॉलेज – का वोट मायने रखता है। इसका मतलब है कि आमजन सीधे नहीं, बल्कि प्रतिनिधि‑प्रतिनिधियों के माध्यम से अपना मत डालते हैं। इस प्रक्रिया में हर राज्य के विधायकों की संख्या के हिसाब से वोट का वजन तय होता है।

कानपुर में विधानसभा के 403 सदस्य अपने‑अपने दल के आधार पर वोट डालेंगे। अगर आपके स्थानीय विधायक या सांसद ने किसी खास उम्मीदवार को समर्थन दिया है, तो उसका असर सीधे आपके क्षेत्र में दिखेगा। इसलिए, स्थानीय खबरें, विधायक की स्थिती, और उनके सार्वजनिक बयान देखना आपके लिये फायदेमंद हो सकता है।

फिर भी, अगर राष्ट्रपति चुनाव की खबरें आपको अटकलों में डाल रही हैं, तो याद रखें कि फैसला आख़िरकार आपके राज्य के प्रतिनिधियों के हाथ में है। यदि आप अपने विधायक के कार्यों को बेहतर समझना चाहते हैं, तो उनके सत्री काम, सार्वजनिक मुलाक़ात, और सामाजिक पहल पर नज़र रखें। यही तरीका है जिससे आप अप्रत्यक्ष रूप से राष्ट्रपति चुनाव में अपनी आवाज़ जोड़ सकते हैं।

सारांश में, 2024 राष्ट्रपति चुनाव सिर्फ बड़े राजनेताओं की लड़ाई नहीं है, बल्कि यह आपके स्थानीय प्रतिनिधियों के निर्णयों से जुड़ी है। उम्मीदवारों के प्रोफ़ाइल, उनके एलायंस, और कानपुर में राजनीतिक हलचल को समझकर आप यह जान पाएँगे कि कौन सी दिशा देश के भविष्य में सबसे बेहतर होगी। तो आगे बढ़ें, समाचार पढ़ें, चर्चा में भाग लें, और अपने प्रतिनिधियों से सवाल पूछें – यही आपका असली मत है।

विवेक रामास्वामी ने जेडी वेंस को ‘उत्कृष्ट उपराष्ट्रपति’ बताया, ट्रम्प द्वारा 2024 चुनाव के लिए चयनित साथी

16.07.2024

डोनाल्ड ट्रम्प ने 2024 राष्ट्रपति चुनाव के लिए जेडी वेंस को अपने साथी के रूप में चुना है। वेंस, जो पहले ट्रम्प के आलोचक थे, अब उनके प्रबल समर्थक हैं। विवेक रामास्वामी ने वेंस को 'उत्कृष्ट उपराष्ट्रपति' बताया और उनके साथ भविष्य के कार्यों के लिए उत्साह व्यक्त किया। यह घोषणा सोमवार, 15 जुलाई को की गई थी।