गाज़ा में दो साल का युद्ध: 1.89 मिलियन बेघर, मानवीय आपदा
9.10.2025दो साल की जंग के बाद गाज़ा में 1.89 मिलियन लोग बेघर, 64 हजार मौतें और भूख स्थितियों ने मानवीय संकट को दहला दिया; अंतर्राष्ट्रीय संगठन सहायता की मांग कर रहे हैं।
जब बात गाज़ा, मध्य पूर्व में स्थित एक तंग समुद्री किनारा वाला क्षेत्र, जहाँ लगातार संघर्ष और मानवीय संकट देखते मिलते हैं, इसे अक्सर गाज़ा पट्टी कहा जाता है। यह क्षेत्र इज़राइल, जिल्दियों में पड़ने वाला पड़ोसी देश, जो गाज़ा के साथ कई दशक पुराने सैन्य और राजनीतिक टकराव में रहा है और फिलिस्तीन, वह राष्ट्रीय पहचान जो गाज़ा को अपने हिस्से के तौर पर मानती है के बीच जटिल सम्बन्ध का केंद्र है। इन तीनों अभिन्न इकाइयों का आपसी असर गाज़ा के सामाजिक‑आर्थिक और मानवीय स्थिति पर गहरा प्रभाव डालता है—जैसे कि "गाज़ा मानवीय संकट" को अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने मान्यता दी है। अतीत में गाज़ा कई बार युद्ध‑क्षेत्र रहा, फिर भी इसके निवासियों की रोज़मर्रा की ज़िंदगियाँ, शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाएँ लगातार संघर्ष के बंधन में जकड़ी रहती हैं। इसलिए गाज़ा को समझने के लिए हमें इतिहास, भू‑राजनीति और मानवीय पहलुओं का एक साथ विश्लेषण करना पड़ता है।
दो साल की जंग के बाद गाज़ा में 1.89 मिलियन लोग बेघर, 64 हजार मौतें और भूख स्थितियों ने मानवीय संकट को दहला दिया; अंतर्राष्ट्रीय संगठन सहायता की मांग कर रहे हैं।