कमला हैरिस – कौन हैं, क्या किया और आज क्या चल रहा है?

अगर आपने कभी अमेरिका की राजनीति पर नज़र डाली है तो कमला हैरिस का नाम आपको काफी बार सुनाई देगा। वह 2021 से भारत सहित पूरी दुनिया की पहली महिला उपराष्ट्रपति हैं। बहुत सारे लोग उनको ‘अमेरिकी राजनीति की महिलाओं की धरोहर’ मानते हैं, और उनका संघर्ष कई लोगों को प्रेरित करता है।

कमला हैरिस की पृष्ठभूमि

कमला जॉनसन हर्ज़ी (जन्म 20 अक्टूबर 1964) का जन्म कैलिफ़ोर्निया में एक भारतीय माँ और जमैकन पिता के घर हुआ था। बचपन से ही वह शिक्षा में तेज़ थी – हार्वर्ड युनिवर्सिटी से राजनीति विज्ञान की डिग्री और कब्रिंगी में लॉ की डिग्री हासिल की। बाद में उन्होंने कैलिफ़ोर्निया के एक बड़े शहर में सार्वजनिक रक्षा में वकील के तौर पर काम शुरू किया, जहाँ उन्होंने कई महत्वपूर्ण केस लड़े।

1998 में वह कैलिफ़ोर्निया के जिला एटर्नी बनीं और 2010 में राज्य की एटर्नी जेनेरल बन गईं। इस पद पर वह बहुत सारे सामाजिक मुद्दों पर आवाज़ उठाती रहीं – जैसे कि महिलाओं की सुरक्षा, आपराधिक न्याय सुधार और आर्थिक विषमता। यह अनुभव ही बाद में उनके राष्ट्रीय स्तर पर कदम रखने में मददगार साबित हुआ।

वर्तमान में कमला हैरिस

2020 के राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडेन ने उन्हें अपना उपराष्ट्रपति का साथी चुना। चुनाव जीतने के बाद कमला ने कई प्रमुख अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मिशनों को संभाला। उदाहरण के तौर पर उन्होंने यूएस-इंडिया संबंधों को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई, खासकर तकनीकी सहयोग और जलवायु परिवर्तन पर।

उन्हें अक्सर ‘इमरजेंसी रेस्पॉन्स’ के लिए सराहा जाता है। जब 2021 में एफ़्रीका में एक बड़ी मानवीय संकट हुआ, तो कमला ने तुरंत अंतरराष्ट्रीय मदद की व्यवस्था की और यूएस कांग्रेस को पर्याप्त फंडिंग के लिए प्रेरित किया। भारत में भी उनका नाम कई बार आया – जैसे कि 2023 में यूएस‑भारत व्यापार समझौते पर वार्ता में उनका सक्रिय योगदान।

हाल ही में कमला ने एक नई पहल शुरू की है, जो ‘वुमेन्स इन टेक’ के नाम से जानी जाती है। इस प्रोग्राम का मकसद महिला छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) क्षेत्रों में करियर बनाने के लिए प्रेरित करना है। इस पहल को कई भारतीय विश्वविद्यालयों ने अपनाया है, जिससे भारतीय युवा महिलाओं को नए अवसर मिल रहे हैं।

उनकी लोकप्रियता के साथ ही कुछ विवाद भी लगातार उठते रहते हैं। कुछ आलोचक कहते हैं कि उनका ‘इमिग्रेशन’ पर कठोर रुख असमानताओं को बढ़ा सकता है। साथ ही, 2022 में कुछ विदेशी निवेश नीतियों पर उनका समर्थन भी विवादों का कारण बना। लेकिन यह बात भी है कि सार्वजनिक जीवन में हमेशा अंधेरे और उजाले दोनों साथ चलते हैं।अगर आप कमला हैरिस के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं तो उनके आधिकारिक सॉशल मीडिया प्रोफ़ाइल, प्रेस कॉन्फ्रेंस और इंटरव्यूज़ देख सकते हैं। उनका हर कदम अक्सर दक्षिण एशियाई दर्शकों पर असर डालता है, इसलिए खबरों पर नज़र रखना फायदेमंद रहता है।

संक्षेप में, कमला हैरिस सिर्फ एक उपराष्ट्रपति नहीं, बल्कि एक प्रेरणा स्रोत हैं। चाहे आप राजनीति में रुचि रखें या महिलाओं की सशक्तिकरण की, उनकी कहानी से सीखने को बहुत कुछ है। अगली बार जब आप किसी अमेरिकी अर्ली पॉलिसी या अंतरराष्ट्रीय सहयोग की बात सुनें, तो याद रखें कि इस यात्रा में कमला का योगदान भी है।

NAACP कंवेशन में बाइडेन ने किया कमला हैरिस पर विश्वास व्यक्त

18.07.2024

NAACP कंवेशन में राष्ट्रपति जो बाइडेन ने डोनाल्ड ट्रम्प के 'ब्लैक रोजगार' के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस पर विश्वास व्यक्त किया। बाइडेन ने कहा कि कमला हैरिस 'संयुक्त राज्य अमेरिका की राष्ट्रपति बन सकती हैं'। इस बयान से बाइडेन ने हैरिस को एक संभावित राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में समर्थन दिया।