Solar Eclipse 2025: कब और कहाँ देखें?

2025 में एक अनोखा सूर्यग्रहण होगा, जो कई भारतीय शहरों में हिस्से‑हिस्से दिखेगा। यह अन्न्युअल एनीउल इकलिप्स 2 अक्टूबर को सुबह 9:45 बजे (IST) शुरू होकर दोपहर 2:10 बजे तक चलेगा। पूरे देश में हल्का धुंधला दिखेगा, लेकिन उत्तर‑पूर्वी हिस्सों में सूर्य प्रतीक के चारों ओर चमकीला ‘रिंग’ दिखेगा, जिसे हम एनीउल कहते हैं।

मुख्य देखना‑स्थान और समय‑सारणी

अगर आप दिल्ली, वाराणसी, कानपुर या लखनऊ के पास रहते हैं, तो आप सौरग्रहण का लगभग 30‑40% भाग देख पाएंगे। असम, झारखण्ड, उत्तराखंड के पहाड़ी इलाके में गैजेट‑फ्रीनली दृश्य मिलेगा, जहाँ सूर्य के चारों ओर एक साफ़ रिंग दिखाई देगी। कुल मापन इस प्रकार है:

  • शुरुआती संपर्क – 09:45 AM (IST)
  • अधिकतम घनत्व – 11:55 AM (IST)
  • समाप्ति – 02:10 PM (IST)

समय‑सारणी के अनुसार, दोपहर के खाने के बाद सूर्य की रिंग फेड हो जाएगी, इसलिए अपना कैमरा या आँखें तैयार रखें।

सुरक्षित देखना कैसे करें?

सूर्यग्रहण देखना मज़ेदार हो सकता है, पर सीधे आँखों से नहीं देखना चाहिए। आमतौर पर लोग दो तरीके इस्तेमाल करते हैं:

  1. सौर‑व्यूइंग ग्लासेज़: ये विशेष फ़िल्टर होते हैं जो हानिकारक अल्ट्रावायलेट रेज़ को बंद कर देते हैं। हमेशा ISO‑ certified ब्रांड खरीदें, और कोई स्क्रैच या धूमिलता न हो।
  2. पिनहोल प्रोजेक्टर: एक सख़्त काग़ज या गाड़ी का कार्ड लें, उसमें छोटी छेद बनाएं, और उस पर सूर्य की रोशनी गिराएँ। छाया वाली दीवार पर सूर्यग्रहण का प्रतिबिंब दिखाई देगा – बिलकुल सुरक्षित!

कभी भी बिना फ़िल्टर वाले चश्मे, कैमरे या टेलीस्कोप से नहीं देखें। अगर फ़िल्टर टूट गया तो तुरंत बदल दें, नहीं तो आँखों को स्थायी नुकसान हो सकता है।

फ़ोटो खींचने वाले लोग भी फ़िल्टर लगे लेंस का इस्तेमाल करें या रिंग को सीधे कैमरे की सेंसर तक न पहुँचने दें। वैक्यूम क्लीनर के फैन से बनावट वाले फ़िल्टर भी काम नहीं करते।

सूर्यग्रहण के दौरान बच्चों को भी सुरक्षित ग्लासेज़ पहनना ज़रूरी है। उन्हें छोटे‑छोटे सवाल पूछकर समझाएँ कि क्यों सीधे देखना हानिकर है, इससे सीखने की प्रक्रिया मज़ेदार बनती है।

अगर आप बाहर हैं तो चाय‑पानी की बोतल लेकर रखें, क्योंकि धूप में एक्सपोजर बढ़ जाता है। हल्की धूप के साथ कुछ एप्लिकेशन भी इस्तेमाल कर सकते हैं जो धुंध को कम करते हैं, लेकिन ये सिर्फ़ आराम के लिए हैं, सुरक्षा का भरोसा नहीं दे सकते।

सुरक्षित देखना बस दो बातों में ही है – सही फ़िल्टर और सही समय। एक बार ये दो चीज़ें तय हो जाएँ, तो आप सॉलर इकट्लिप 2025 का पूरा मज़ा ले सकते हैं।

अब आप तैयार हैं! अपनी योजना बनाइए, दोस्तों को इवेंट की जानकारी दें, और इस विशेष खगोलीय घटना को यादगार बनाइए।

Solar Eclipse 2025: सर्व पितृ अमावस्या पर तर्पण-श्राद्ध कैसे करें, सूतक नहीं—नियम क्या बदलेंगे?

20.09.2025

21-22 सितंबर 2025 का सूर्य ग्रहण सर्व पितृ अमावस्या के साथ पड़ेगा। भारत में ग्रहण दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक लागू नहीं होगा। पितृ तर्पण-श्राद्ध सामान्य मुहूर्त में किए जा सकते हैं, जबकि जप-दान के लिए ग्रहण काल को विशेष माना गया है। क्या करें, क्या न करें और विधि क्या हो—यहां आसान भाषा में पूरी जानकारी।