उत्तर प्रदेश बिजली – ताज़ा खबरें, लोडशेडिंग और नई स्कीम

उत्तरी भारत के सबसे बड़े राज्यों में से एक, उत्तर प्रदेश में बिजली की स्थिति हमेशा बदलती रहती है। चाहे आप किसान हों, व्यवसायी हों या घर पर रह रहे हों, बिजली के बारे में सही जानकारी होना ज़रूरी है। इस लेख में हम लोडशेडिंग टाइम‑टेबल, नई टैरिफ और सरकारी योजनाओं की आसान भाषा में समझ देंगे।

लोडशेडिंग कैलेण्डर कैसे देखे?

अगर आप अक्सर ‘बिजली नहीं आती’ वाली समस्या से जूझते हैं, तो सबसे पहले अपने इलाके का लोडशेडिंग शेड्यूल देखना चाहिए। यूपी पावर या डाइरेक्ट रिलेसिडेंट मैनेजमेंट (DRM) की आधिकारिक वेबसाइट पर रजिस्टर करके आप अपना पिनकोड डाल सकते हैं। कुछ सेकेंड में आपके इलाके की दो‑तीन घंटे की कटौती का टाइम‑टेबल स्क्रीन पर दिखेगा। मोबाइल ऐप “Uttar Pradesh Power” भी यही सुविधा देता है, और अलर्ट सेट करके आप हर कटौती से पहले सूचना पा सकते हैं।

नई टैरिफ और बिल‑भुगतान आसान बनाते हैं

2024‑25 में यूपी के बिजली विभाग ने नई टैरिफ स्लैब लागू की। घरेलू उपयोगकर्ताओं के लिये 0‑200 यूनिट पर रेट थोड़ा घटाया गया, जबकि 500 यूनिट से ऊपर के बड़े कंज्यूमर्स को थोड़ा बढ़ाया गया। इसका मतलब है कि छोटा‑बड़ा उपयोगकर्ता दोनों को बेहतर दर मिल रही है। बिल‑भुगतान अब केवल एटीएम, ऑनलाइन बैंकिंग या यूपीएससी मोबाइल ऐप से किया जा सकता है, और एक ही बार में आपके पिछले 12 महीनों का स्टेटमेंट दिखता है।

अगर आप हर महीने का बिल नहीं देख पाते, तो ऑनलाइन पोर्टल पर ‘भुगतान इतिहास’ देखें। इससे आप अपने अपव्यय वाले महीनों को पहचान कर कदम उठा सकते हैं। अक्सर लोग लाइट ऑन छोड़ देते हैं, खासकर आधी रात में; ऐसे छोटे‑छोटे बदलाव से आप सालाना 10‑15% बचा सकते हैं।

सरकार ने “हरित ऊर्जा योजना” लॉन्च की है, जिसमें सोलर पैनल लगवाने वाले घरों को 30% अतिरिक्त रिबेट मिलती है। इस रिबेट को सीधे बिल में गिरा दिया जाता है, तो कोई अलग क्लेम नहीं करना पड़ता। अगर आप खेती‑बाड़े में सोलर पंप लगाना चाहते हैं, तो राज्य के कृषि विभाग से संपर्क करके फॉर्म भर सकते हैं।

और एक महत्वपूर्ण पहल है ‘बिजली बचाओ अभियान’। इस अभियान में स्थानीय इलेक्ट्रिकल कोऑपरेटिव सोसाइटीज निःशुल्क LED बल्ब, ऊर्जा‑सुरक्षित फ्रिज और इन्क्लाइनिंग मोड वाले एसी की जानकारी देती हैं। घर में पुराने बल्ब बदलकर आप 20‑30% विद्युत बचत कर सकते हैं, और इससे लोडशेडिंग की समस्या भी थोड़ा हल होगी।

अगर कभी आपका कनेक्शन फेल हो जाए, तो तुरंत 1912 (बिजली हेल्पलाइन) पर कॉल करें। कॉल करने से पहले मीटर रीडिंग, सही पता और ग्राहक आईडी तैयार रखें, ताकि समस्या तेज़ी से सुलझे। अक्सर छोटी‑छोटी डिटेक्टर्स जड़ हो जाती हैं, और रिपेयर टीम 24 घंटे के भीतर फिक्स कर देती है।

एक और सवाल जो अक्सर आता है – ‘विद्युत चोरी का असर?’ 2023 में यूपी में 2500 करोड़ रुपये की चोरी का अनुमान था। सरकार ने अब ‘स्मार्ट मीटर’ इंस्टालेशन शुरू किया है, जिससे अनधिकृत खपत तुरंत पता चल जाती है। अगर आप अपना मीटर अपग्रेड करवाना चाहते हैं, तो स्थानीय उपभोक्ता सेवा केंद्र में एक फ़ॉर्म भरकर आवेदन कर सकते हैं।

संक्षेप में, यूपी में बिजली से जुड़ी जानकारी अब एक क्लिक दूर है। लोडशेडिंग टाइम‑टेबल देखें, नई टैरिफ समझें, सोलर योजना और LED बल्ब से बचत शुरू करें, और समस्या पर तुरंत हेल्पलाइन को कॉल करें। इन छोटे‑छोटे कदमों से आपके घर में बिजली के ठहरे‑ठहरे पलों की गिनती घटेगी और बिल भी कम आएगा।

UPPCL प्रीपेड स्मार्ट मीटर: यूपी में 3 करोड़ से ज्यादा उपभोक्ताओं के लिए बड़ी पहल

16.09.2025

UPPCL ने उत्तर प्रदेश में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने का बड़ा अभियान शुरू किया है। लक्ष्य 3.09 करोड़ मीटर का है, जिसमें 28.45 लाख पहले ही लग चुके हैं। अब नए कनेक्शन भी प्रीपेड होंगे। मीटर रिचार्ज, रियल-टाइम खपत डेटा और अलर्ट जैसी सुविधाएं मिलेंगी। सरकार पुराने कोयला प्लांट बंद करने और 1 लाख सौर ऊर्जा ट्यूबवेल लगाने की दिशा में भी काम कर रही है।