पीएम किसान योजना: 20वीं किस्त की राह देख रहे हैं किसान
इस बार PM Kisan Yojana की 20वीं किस्त का इंतजार देशभर के किसानों को बेहद बेसब्री से है। आमतौर पर ये किस्त जून में आती है, लेकिन इस बार तारीख खिसक कर जुलाई के तीसरे हफ्ते में पहुंच गई है। पीएम नरेंद्र मोदी 18 जुलाई को बिहार के मोतिहारी में एक बड़ी जनसभा से यह घोषणा करने वाले हैं। खास बात ये है कि ये दौरा बिहार विधानसभा चुनाव से पहले हो रहा है, जिससे किसानों के साथ-साथ सियासी गलियारों में भी हलचल तेज हो गई है।
सरकार का दावा है कि इस बार 9.8 करोड़ किसानों के खाते में सीधा ₹2000 पहुंचाए जाएंगे। इनमें 2.41 करोड़ महिलाएं भी शामिल हैं, जो योजना की बड़ी सहभागिता को दर्शाता है। पिछले साल की तुलना में इस बार कुछ हज़ार नए किसान भी योजना से जुड़े हैं, जिनकी जानकारी का सत्यापन हाल ही में पूरा हुआ है।
किस्त में देरी की वजह और जरूरी कदम
जून में गरीब और छोटे किसानों को योजना की किस्त का इंतजार रहता है, लेकिन इस बार प्रशासनिक वजहों से इस प्रक्रिया में देरी हो गई। सूत्रों की मानें तो पीएम की बिहार यात्रा का शेड्यूल और कुछ विभागीय फाइल संबंधी देरी भी कारण रहे। अब यह तय हो गया है कि 19 या 20 जुलाई तक सभी पात्र लाभार्थियों को पैसे ट्रांसफर होंगे।
किसान परिवारों को सलाह दी जा रही है कि वे वक्त रहते अपना e-KYC और अद्यतन पता संबंधित विवरण पोर्टल या मोबाइल ऐप के माध्यम से अपडेट कर लें। कई किसानों को पिछली किस्त सिर्फ इस वजह से देर से मिली कि उनका आधार, मोबाइल नंबर या पता गड़बड़ था। पोर्टल पर जाकर Beneficiary Status आसानी से चेक किया जा सकता है।
- पुरानी किस्त फरवरी 2025 में मिली थी, यानी करीब पांच महीने बाद आ रही है ये अगली किस्त।
- प्रत्येक कृषि परिवार को सालाना ₹6000 का लाभ मिलना तय है, जिसे तीन किश्तों में बांटा जाता है।
- सरकार के मुताबिक, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) से पारदर्शिता और तुरंत जानकारी मिलती है।
- साल दर साल Beneficiary Verification के नियम सख्त होते जा रहे हैं, ताकि फर्जीवाड़े पर लगाम लग सके।
बिहार के खेतिहर किसान हों या पंजाब और महाराष्ट्र का छोटा कृषक परिवार, सबकी नजरें अगले हफ्ते पीएम की घोषणा और इस रकम पर टिकी हैं। लागत और मौसम की मार झेल रहे किसान परिवारों के लिए बुवाई के इस सीजन में ये किस्त बड़ा सहारा बनकर पहुंचेगी। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, अगर किसी का भुगतान 20 जुलाई तक नहीं आता तो वह तुरंत हेल्पलाइन नंबर या पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा सकता है।
Rahul Rock
जुलाई 20, 2025 AT 12:37ये सरकार हर चुनाव से पहले किसानों को एक रुपया देने की बात करती है, लेकिन जब चुनाव खत्म हो जाता है तो ये सब भूल जाती है। अब तक 19 किस्तें आ चुकी हैं, लेकिन किसानों की ज़िंदगी कैसे बदली? बारिश नहीं हुई, दाम गिरे, खाद और ईंधन की कीमतें आसमान छू रही हैं, और हमें ₹2000 की उम्मीद है? ये नहीं, हमें एक व्यवस्थित नीति चाहिए, न कि चुनावी नाटक।
मैं चाहता हूँ कि कोई भी नेता बताए कि अगर हम इस रकम को बरकरार रखें तो वो किसानों के लिए कितना लाभदायक होगा? ये ₹6000 सालाना कोई जादू नहीं है, ये तो बस एक छोटी सी लाश है जिसे हम जिंदा रखने की कोशिश कर रहे हैं।
Annapurna Bhongir
जुलाई 21, 2025 AT 07:37अद्यतन कर लो e-KYC वरना पैसा नहीं मिलेगा।
PRATIKHYA SWAIN
जुलाई 22, 2025 AT 00:54जल्दी मिल जाएगा। धैर्य रखो।
MAYANK PRAKASH
जुलाई 22, 2025 AT 02:02मैंने अपना आधार और मोबाइल नंबर अपडेट कर लिया है। पोर्टल पर स्टेटस देखा तो बताया गया कि 'प्रोसेसिंग' में है। लेकिन ये बात जो बताई जा रही है कि जुलाई के तीसरे हफ्ते तक पैसा आएगा, वो बहुत अच्छी है। बिहार में तो किसानों की जिंदगी इसी पर टिकी है।
मैं अपने गाँव के दो दोस्तों को भी बता रहा हूँ कि वो अपना डेटा चेक करें। एक तो उसका आधार नाम और मोबाइल नंबर मिल नहीं रहा था, दूसरा तो अपना पता बदल चुका था लेकिन अपडेट नहीं किया। अब वो दोनों तैयार हैं।
ये योजना अगर सही तरीके से लागू हो तो असली बदलाव ला सकती है। सरकार को बस इतना करना है कि ट्रांसफर तेज और पारदर्शी हो। अब तक तो लगता है जैसे किसान बैंक के बाहर खड़े हैं और अंदर जाने का रास्ता नहीं मिल रहा।
Akash Mackwan
जुलाई 22, 2025 AT 23:36अरे भाई, ये सब बकवास है। किसानों को ₹2000 देकर क्या बनेगा? जब तक बिजली का बिल नहीं छूटेगा, डीजल की कीमत नहीं गिरेगी, और किसानों को बाजार में अपनी फसल का न्यायसंगत दाम नहीं मिलेगा, तब तक ये योजना बस एक फोटोशूट है।
मैंने अपने दादाजी को बताया कि ये योजना आ गई है, तो उन्होंने कहा - 'बेटा, जब मैं खेती करता था तो हमारे पास दो गाय थीं, अब बस एक फोन है और उस पर ये योजना का नोटिफिकेशन।'
ये सरकार जब तक नेताओं के घरों के बर्तन नहीं बदलेगी, तब तक किसान भूखे रहेंगे। ये ₹2000 का नोट तो एक चिकन का बिल भी नहीं भर सकता। ये तो बस चुनाव का शो है। और अगर तुम इसे सच मान रहे हो तो तुम बहुत बेवकूफ हो।