अक्षय कुमार: बॉलीवुड के सुपरस्टार का सफर
अक्षय कुमार का नाम सुनते ही दिमाग में ‘हिट’, ‘एक्शन’ और ‘फिटनेस’ की छवि उभरती है। 1991 में ‘सूर्यवँशी’ से छोटे‑छोटे रोल्स करके शुरू किया, पर 1998 की ‘दिलवान’ ने उन्हें बड़े स्टार बना दिया। तब से लेकर अब तक उन्होंने हर साल एक नई फिल्म रिलीज़ कर दी, चाहे वो कॉमेडी हो, रोमांस हो या पूरी तरह से एक्शन‑पैक्ड ब्लॉकबस्टर।
मुख्य फिल्में जो बदल गईं उनकी पहचान
‘हैप्पी न्यू यू’, ‘घोस्ट’, ‘टाइगर ज़िंदा है’ और ‘केस 2’ जैसे एक्शन पैक्ड फ़िल्में उनके करियर के बेसिक ब्लॉक्स हैं। इनमें उनकी थ्रस्ट और स्टंट्स दिखाते हैं कि वे सिर्फ अभिनय नहीं, बल्कि खुद भी हर सीन में झाँकते हैं। रोमांटिक साइड में ‘तुम मिल गए’, ‘इंडियन' और ‘रोकवूड’ ने दर्शकों को उनके सॉफ्ट साइड की भी झलक दी। हर फ़िल्म में उनकी मेहनत दिखती है, चाहे वो बॉक्स ऑफिस पर कमाई हो या प्लेटफॉर्म पर रेटिंग।
फिटनेस और लाइफस्टाइल: अक्षय का रहस्य
अक्षय कुमार की फिटनेस कोई रहस्य नहीं है—उनकी डाइट, वर्कआउट और माइंडसेट सबको प्रेरित करती है। वह रोज़ सुबह 5 बजे उठकर जिम में वेट ट्रेनिंग और कार्डियो करते हैं। उनका अपना ‘हैबिट’ ऐप भी है, जहाँ वह व्यक्तिगत फ़िटनेस प्लान शेयर करते हैं। इस फोकस की बदौलत ही वह खुद को 40 के बाद भी युवा दिखाते हैं और स्टंट्स को बिना हेल्पर्स के भी कर लेते हैं। बाहर निकलते ही वह अक्सर ‘लाईट वेटेड बॉक्सिंग’ या ‘रोकएडम’ की सत्र में देखे जा सकते हैं।
बॉक्स ऑफिस के अलावा, अक्षय ने कई बार समाजिक कारणों को भी समर्थन दिया है। उन्होंने ‘बचपन में पढ़ाई नहीं करने वाले बच्चों’ के लिए एजुकेशन फाउंडेशन चलाया और कोविड‑19 के दौरान कई एनजीओ को फंडिंग दी। उनका यह पहल दर्शाता है कि वे सिर्फ फिल्म स्टार नहीं, बल्कि समाजिक जिम्मेदारियों का भी ख्याल रखते हैं।
भविष्य की फिल्में भी वादे भरी हैं। ‘अर्जुन’ और ‘कंसर्ट’ जैसी प्रोजेक्ट्स में नई जेनरेशन के साथ काम करके वह अपने खुद के ब्रांड को और मजबूत कर रहे हैं। चाहे आप उनकी एक्शन सीन्स पसंद करते हों या उनकी कॉमेडी, अक्षय कुमार ने हमेशा एक बात साबित की है—हर फिल्म में नई ऊर्जा और कड़ी मेहनत लाना।
तो अगली बार जब आप ‘अक्षय कुमार’ सर्च करेंगे, तो सिर्फ उनकी फिल्मोग्राफी ही नहीं, बल्कि उनकी फिटनेस टिप्स, समाज सेवा और भविष्य की योजनाएं भी देखिए। यही है वह पूरी छवि जो इस टैग पेज पर आपको मिलनी चाहिए।