चक्रवात फेंगल: क्या है असर और कैसे बचें?

भारी बारिश और तेज हवाओं से परेशान हो रहे हैं? चक्रवात फेंगल अभी भी समुद्र में घूम रहा है और एशिया के कुछ हिस्सों में असर डाल सकता है। अगर आप इस मौसम में घर में हैं, तो ये जानकारी आपके लिए मददगार होगी।

चक्रवात फेंगल का विकास और रास्ता

फेंगल मौसमी तौर पर उष्णकटिबंधीय सागर में बनता है, जहाँ पानी का तापमान 28°C से ऊपर होता है। पिछले कुछ दिनों में इसका केंद्र उत्तर-पूर्व दिशा में बढ़ रहा है और अभी तक भारत के तट तक नहीं पहुँचा है, लेकिन बाढ़ और तेज़ लहरों की चेतावनी पहले ही जारी हो चुकी है। अगर आप ओडिशा, पश्चिम बंगाल या उत्तर प्रदेश के तटीय इलाकों में रहते हैं, तो स्थानीय मौसम विभाग के अपडेट पर नजर रखें।

फेंगल की गति लगभग 15–20 किमी/घंटा है, इसलिए इसे ट्रैक करना आसान है। अधिकांश विशेषज्ञ कहते हैं कि अगले 48 घंटों में इसका असर बंगाल की खाड़ी और एरियन समुद्र के रिवर डेल्टाज़ पर पड़ सकता है। इस दौरान जल स्तर में अचानक बढ़ोतरी, ज्वारीय लहरें और तूफ़ानी हवाएँ आम हैं।

सुरक्षा के आसान कदम

सबसे पहले, घर में या बाहर रहकर अपने परिवार को इमरजेंसी किट तैयार रखें – टॉर्च, बैटरी, साफ पानी, खाने योग्य वस्तुएँ और पहले से जुड़ी हुई दवाइयाँ।

यदि आप बाढ़ वाले इलाके में रहते हैं, तो ऊँचे गैर्ज पर या दूसरी मंज़िल पर शिफ्ट होना बेहतर रहेगा। केसें सूखे स्थान पर रेत या बोर टेक करें, ताकि पानी का प्रवाह आसान हो।

बिजली के तारों और गैस पाइपलाइन को बंद कर दें। फेंगल के दौरान बिजली कटौती हो सकती है, इसलिए चार्जर और बैकअप जेनरेटर पहले से तैयार रखें।

समाचार चैनल, रेडियो या सरकारी ऐप से रीयल‑टाइम अपडेट मिलते रहें। अगर स्थानीय प्रशासन ने एररोगेशन या निकासी का आदेश दिया, तो तुरंत पालन करें।

अंत में, अपने पड़ोसियों और बच्चों को भी जानकारी दें। एक-दूसरे की मदद से आप आपदा के प्रभाव को कम कर सकते हैं। याद रखें, तैयार रहना ही सबसे बड़ा बचाव है।

चक्रवात फेंगल के कारण संभावित नुकसान से बचने के लिए इन सरल उपायों को आज़माएं और मौसम विभाग के संकेतों को नजरअंदाज न करें। सुरक्षित रहें, खुश रहें।

चक्रवात फेंगल: आईएमडी ने जारी की नई चेतावनी

1.12.2024

चक्रवात फेंगल के कारण पुदुचेरी और उत्तर तमिलनाडु में भारी बारिश और तेज हवाओं का कहर जारी है। आईएमडी ने चेतावनी दी है कि यह चक्रवात तमिलनाडु में 2 दिसम्बर तक भारी बारिश लाएगा। इस चक्रवात से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने तैयारियों का जायजा लिया और नागरिक सुरक्षा की मुस्तैदी के निर्देश दिये।