फ़ॉक्सकॉन की भारत में नई पहल – क्या मिल रहा है?

सबको पता है कि फ़ॉक्सकॉन दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रीक उपकरण बनाने वाली कंपनी है। अब वह भारत में बड़ी फैक्ट्री खोल रहा है और इससे हजारों नई नौकरियां बनेंगी। अगर आप टेक्नोलॉजी या मैन्युफैक्चरिंग के शौकीन हैं तो ये खबर आपके लिए बहुत बड़ी है।

फ़ॉक्सकॉन का भारत में विस्तार

फ़ॉक्सकॉन ने हाल ही में भारत के कई राज्यों में जमीन खरीदी और निवेश की घोषणा की। मुख्य प्लांट उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के पास बन रहा है, जहाँ हर साल लगभग ₹10,000 करोड़ का आउटपुट होगा। इस फैसले का पीछे कारण है कि भारत में किफायती लेबर और बढ़ता बाजार है। सरकार भी इस प्रोजेक्ट को आसान बनाने के लिए टैक्स में छूट दे रही है।

फ़ैक्ट्री में मुख्य रूप से स्मार्टफ़ोन, टैबलेट और छोटे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स बनेंगे। ये प्रोडक्ट्स न सिर्फ भारत में बिकेंगे, बल्कि एक्सपोर्ट भी करेंगे। इस वजह से भारत की एक्सपोर्ट बॅलेंस में भी इज़ाफ़ा होगा। फ़ॉक्सकॉन ने कहा है कि सबसे बड़ी चुनौती गुणवत्ता को बनाए रखना है, इसलिए वे हाई‑टेक मशीनरी और ऑटोमेशन का बड़ा निवेश कर रहे हैं।

जॉब्स और स्किल ट्रेनिंग के मौके

फ़ॉक्सकॉन की फैक्ट्री में शुरुआती तौर पर 5,000 से 7,000 तक सीधे जॉब्स मिलेंगी। इनमें असेंबली लाइन वर्कर, क्वालिटी कंट्रोल, मेंटेनेंस और सॉफ़्टवेयर इंजीनियर शामिल हैं। कंपनी ने कहा है कि स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी, पर साथ ही कुछ हाई‑स्किल पोजिशन के लिए बाहरी विशेषज्ञों को भी बुलाया जा सकता है।

सबसे अच्छी बात यह है कि फ़ॉक्सकॉन अपने कर्मचारियों को स्किल ट्रेनिंग भी देगा। कंपनी ने कहा है कि वे 6 महीने के इन‑हाउस ट्रैनिंग प्रोग्राम शुरू करेंगे, जिसमें सर्किट बोर्ड असेंबली, मशीन ऑपरेशन और बेसिक कोडिंग सिखाई जाएगी। इस ट्रेनिंग से न केवल नए कर्मचारी तैयार होंगे, बल्कि मौजूदा मजदूरों की सैलरी भी बढ़ेगी।

अगर आप अभी पढ़ाई कर रहे हैं या हाल ही में ग्रेजुएशन पूरा किया है, तो फ़ॉक्सकॉन के इंटर्नशिप प्रोग्राम को देखना फायदेमंद रहेगा। कई सालों से ये कंपनी टॉप टैलेंट को पहचान कर उन्हें स्थायी नौकरी में बदल देती है। तो कॉलेजों और टेक्नीकल इंस्टीट्यूट्स को भी इस बारे में जल्दी से जल्दी जानकारी देनी चाहिए।

फ़ॉक्सकॉन के इस बड़े प्रोजेक्ट से स्थानीय छोटे व्यवसायों को भी फायदा हो सकता है। फैक्ट्री के आसपास कई सप्लायर्स, लॉजिस्टिक्स कंपनियां और रेस्टोरेंट्स खुलेंगे। इससे पूरे एरिया की इकोनॉमी में एक नई ऊर्जा आएगी।

समुदाय के लोग अक्सर बड़े प्लांट्स के बारे में चिंतित होते हैं – वायु, पानी और ट्रैफ़िक की समस्याएं। फ़ॉक्सकॉन ने कहा है कि वे हर साल पर्यावरण सुधार के लिए ₹200 करोड़ निवेश करेंगे, जिसमें स्वच्छ पानी की व्यवस्था और ग्रीन एरिया बनाना शामिल है।

कुल मिलाकर, फ़ॉक्सकॉन का भारत में प्लांट एक बड़ी कामयाबी की कहानी बन सकता है। अगर आप इस जॉब मार्केट का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो अब से अपनी स्किल्स अपडेट करें, ऑनलाइन कोर्स करें और फ़ॉक्सकॉन की कैरियर साइट पर नजर रखें। यह अवसर कभी‑कभी नहीं, बार‑बार नहीं आता – तो तैयार हो जाइए!

फ़ॉक्सकॉन के बेंगलुरु परिसर की घोषणा के बाद तेलंगाना में सत्तारूढ़ कांग्रेस की विश्वसनीयता पर सवाल

18.08.2024

फ़ॉक्सकॉन के बेंगलुरु में परिसर स्थापित करने की घोषणा के बाद तेलंगाना में विपक्ष ने सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं। विपक्ष ने सरकार की आलोचना की है कि वे तेलंगाना में ऐसे निवेश को आकर्षित करने में विफल रहे हैं। इस मामले ने तेलंगाना में राजनीतिक दबाव और आर्थिक विकास की प्रतिस्पर्धा को उजागर किया है।