Hexaware Technologies IPO – क्या है मौका और कैसे निवेश करें?
Hexaware Technologies, जो भारत की बढ़ती आईटी सेवाओं वाली कंपनी है, अब सार्वजनिक हुई है। अगर आप शेयर बाजार में नया अवसर ढूँढ रहे हैं तो इस IPO को नजरअंदाज़ नहीं करना चाहिए। इस लेख में हम समझेंगे कि IPO क्या है, Hexaware की क्या खास बात है और कौन से फ़ैक्टर आपके निवेश को प्रभावित करेंगे।
Hexaware Technologies का IPO प्रक्रिया
कंपनी ने अपने प्रॉस्पेक्टस में बताया है कि कुल 12 करोड़ शेयर जारी किए जाएंगे, जिनकी शुरुआती कीमत 340 रुपये प्रति शेयर रखी गई है। आधे शेयर संस्थागत निवेशकों को और बाकी रीटेल निवेशकों को मिलेंगे। बुकबिल्डिंग के दौरान बड़ी संस्थाओं ने बड़ी हिस्सेदारी ले ली, इसलिए आपको अभी भी कुछ शेयर मिल सकते हैं अगर आप देर नहीं करते।
IPO की कमिटमेंट लेवल भी देखनी चाहिए। अगर कमिटमेंट 100% से ऊपर है तो शेयरों की मांग मजबूत है, और कीमत में पहले दिन बढ़ोतरी की संभावना बढ़ जाती है। हाल ही में Hexaway ने 150% कमिटमेंट हासिल किया, इसलिए कई एनालिस्ट इसे ‘स्ट्रॉंग बिड’ मानते हैं।
निवेशकों के लिए मुख्य बिंदु
1. फंडामेंटल्स देखें – Hexaware का सालाना टर्नओवर 10,000 करोड़ रुपये से ऊपर गया है और क्लाउड, डेटा एनालिटिक्स और डिज़िटल ट्रांसफ़ॉर्मेशन में तेजी से बढ़ रहा है। अगर आप टेक सेक्टर में लम्बी अवधि का निवेश सोचते हैं तो यह पॉज़िटिव साइन है।
2. डिविडेंड और रेवेन्यू मॉडल – कंपनी ने पिछले तीन सालों में लगातार डिविडेंड नहीं दिया, लेकिन उच्च रिटर्न ऑन एसेट्स (ROA) और कम झुके हुए लोन पोर्टफोलियो ने वित्तीय स्थिरता दिखाई है।
3. रिस्क फैक्टर – भारतीय टेक कंपनियों को अक्सर निर्यात मोर्चे पर विदेशी मुद्रा रिस्क और वैग़ा नियामक बदलाव का सामना करना पड़ता है। साथ ही, दो बड़े ग्राहक (जैसे वॉल्ट डिस्नी और माइक्रोसॉफ्ट) के साथ कॉन्ट्रैक्ट रिन्यूअल का टाइमलाइन देखनी चाहिए।
4. मार्केट टेंडेंस – अभी भारतीय शेयर बाजार में टेक शेयरों की बूम देखी जा रही है, लेकिन सरकारी नीतियों में अचानक बदलाव या ब्याज दर बढ़ने से पूरे इंडेक्स में अस्थिरता आ सकती है। इसलिए IPO के बाद पहले दो हफ्तों में स्टॉक की चाल को ध्यान से मॉनिटर करें।
5. एंट्री पॉइंट चुनें – अगर आप IPO के दिन ही खरीदते हैं तो अल्पकालिक ऊँचाइयों का फायदा मिल सकता है, लेकिन जोखिम भी बढ़ जाता है। कई निवेशक आईपीओ के बाद 2‑3 हफ्ते इंतज़ार करके शेयर को लिस्टिंग के बाद कम से कम 5‑10% उतार-चढ़ाव देख कर एंट्री लेना पसंद करते हैं।
सार में, Hexaware Technologies का IPO भारतीय टेक सेक्टर में एक रोमांचक अवसर पेश करता है। लेकिन हर निवेश में रिस्क होता है, इसलिए प्रोस्पेक्टस पढ़ें, फंडामेंटल्स समझें और अपने पोर्टफोलियो के अनुसार डिसीजन लें। अगर आप सही टाइमिंग और सही एंट्री पॉइंट चुनते हैं तो यह IPO आपके दीर्घकालिक रिटर्न को बढ़ा सकता है।