नैस्डैक (Nasdaq) – समझें, निवेश करें, अपडेट रखें
अगर आप शेयर मार्केट में थोड़ा-बहुत कदम रख चुके हैं तो ‘नैस्डैक’ नाम सुना होगा। यह सिर्फ़ एक शब्द नहीं, बल्कि विश्व की सबसे बड़ी इलेक्ट्रॉनिक स्टॉक एक्सचेंज है जहाँ Apple, Amazon, Google जैसे दिग्गज कंपनियों के शेयर ट्रेड होते हैं। छोटा‑छोटा समझते हुए देखें, तो Nasdaq का पूरा नाम ‘National Association of Securities Dealers Automated Quotations’ है, पर हम आम तौर पर इसे बस ‘नैस्डैक’ बुलाते हैं।
नैस्डैक का सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि यहाँ टेक्नोलॉजी‑फोकस्ड कंपनियों का प्रतिशत बहुत ज़्यादा है। इसलिए जब आप टेक सेक्टर में निवेश करना चाहते हैं तो यहाँ का इंडेक्स, यानी Nasdaq Composite, एक बेहतरीन बेंचमार्क बन जाता है। अगर आप रोज़ाना की खबरें देखते हैं तो ‘Nasdaq 100’ के ऊपर‑नीचे उतार‑चढ़ाव देखकर आप वैश्विक टेक ट्रेंड का अंदाज़ा लगा सकते हैं।
नैस्डैक की मुख्य विशेषताएँ
1. इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग – ट्रेडिंग पूरी तरह कंप्यूटर पर होती है, इसलिए ऑर्डर तुरंत फुलफ़िल हो जाता है।
2. टेक कंपनियों का भारी हिस्सा – Apple, Microsoft, Meta इत्यादि की वजह से इंडेक्स अक्सर हाई‑ग्रोथ दिखाता है।
3. ग्लोबल एक्सपोज़र – भारत में रहने वाले निवेशक भी आसानी से अंतरराष्ट्रीय ब्रोकर्स के ज़रिए यहाँ शेयर खरीद‑बेच सकते हैं।
4. वॉलेट‑फ्रेंडली ETFs – Nasdaq-100 को ट्रैक करने वाले कई ETFs (जैसे Invesco QQQ) उपलब्ध हैं, जो कम पैसे में विविधता देते हैं।
भारतीय निवेशकों के लिए नैस्डैक में निवेश कैसे करें
पहला कदम – डिमैट अकाउंट खोलें किसी ऐसी फर्म में जो विदेशी शेयरों की सपोर्ट करती हो (जैसे Zerodha, Groww, ICICI Direct)। इन फर्मों का ‘International Trading’ सेक्शन आपको अमेरिकी मार्केट में सीधे शेयर खरीदने देता है।
दूसरा – डॉलर में फंड ट्रांसफ़र करें. अधिकांश ब्रोकर्स एक लिंक्ड बैंक्स खाते से डॉलर ट्रांसफ़र की सुविधा देते हैं, तो आपको INR को USD में बदलना पड़ेगा। इस चरण में कम्युनिटी या बैंक के रेफ़रेंस चार्जेज पर नजर रखें।
तीसरा – स्ट्रेटेज़ तैयार करें. अगर आप सीधे शेयर खरीदना चाहते हैं तो उन कंपनियों के बुनियादी डेटा (मार्केट कैप, P/E, रिवेन्यू ग्रोथ) को देखना ज़रूरी है। अगर आप कम रिस्क लेना चाहते हैं तो Nasdaq‑100 ETF चुनें, ये एक ही ट्रेड में 100 बड़ी कंपनियों को कवर कर देता है।
चौथा – रोज़ाना अपडेट रखें. Nasdaq में समाचार जल्दी बदलते हैं, इसलिए हर रात की मार्केट रिपोर्ट, earnings releases और Fed की नीतियों को फॉलो करें। आप CNBC, Bloomberg, या रॉकेट फाइनेंस जैसी साइट्स से अलर्ट सेट कर सकते हैं।
अंत में, याद रखें कि विदेशी मार्केट में निवेश करने पर कर रिटर्न और टैक्स प्लानिंग भी महत्वपूर्ण है। भारत में ‘Foreign Asset Income’ पर टैक्स लगता है, इसलिए साल‑भर के लाभ‑हानि का सही रिकॉर्ड रखें और टैक्स रिटर्न में सही एंट्री दें।
नैस्डैक का गहरा समझ और सही रणनीति आपके पोर्टफोलियो को न सिर्फ़ विविधता देगा, बल्कि लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न की संभावना भी बढ़ाएगा। तो देर किस बात की? आज ही एक छोटा‑सा कदम उठाएँ और अंतरराष्ट्रीय शेयर मार्केट में अपनी जगह बनाएं।