चोट के बारे में सब कुछ – प्रकार, कारण और तुरंत क्या करें?
आप कहां भी रहें, कभी न कभी आपको चोट लग सकती है – खेलते समय, काम करते हुए या घर में फिसल कर। चोट लगते ही दर्द, खून बहना या सूजन दिख सकती है। लेकिन सही जानकारी और तुरंत किया गया पहला कदम अक्सर चोट को जल्दी ठीक कर देता है। चलिए, चोट के आम प्रकार, उनके कारण और घर पर ही आप क्या कर सकते हैं, समझते हैं।
चोट के मुख्य प्रकार और उनके कारण
चोट दो बड़े वर्गों में बाँटी जाती है: कट/खराश और मस्लीय/हड्डी की चोटें। कट या खराश आमतौर पर तेज धातु, क़ॉची या कांच से होते हैं। मस्लीय चोटें – जैसे मोच, मरोड़ या फ्रैक्चर – अक्सर गिरने, दौड़ते समय या भारी वस्तु उठाते समय होते हैं। अगर आप खेलते समय बहुत जादा धक्का खा लेते हैं या अचानक रुकते हैं, तो मोच लगना आसान है। वहीँ, कार हादसे में हड्डी टूटना आम है।
पहले 5 मिनट में क्या करें? – त्वरित प्रथम सहायता
जब चोट लगती है, तो शांत रहें और तुरंत इन कदमों को फॉलो करें:
1. रुकें और सुरक्षित स्थान पर जाएँ – अगर आप खेल के मैदान में हैं, तो तुरंत खेल बंद कर किनारे चलें।
2. रक्तस्राव रोकें – साफ कपड़े या घीले बैंडेज से दबाव डालें। घाव को हल्के हाथ से दबाएँ, तक़रीबन 10‑15 मिनट तक खून रोकने में मदद मिलती है।
3. बर्फ लगाएँ – बर्फ को कपड़े में लपेटकर चोट वाले हिस्से पर 15‑20 मिनट तक रखें। यह सूजन और दर्द को घटाता है।
4. ऊँचा रखें – अगर हाथ या पैर में चोट है, तो उसे दिल के स्तर से ऊपर रखें। इससे रक्त जमा नहीं होगा और सूजन कम होगी।
5. डॉक्टर को दिखाएँ – अगर खून बहुत तेज़ी से बह रहा है, या हड्डी टूटने का संदेह है, तो तुरंत एम्बुलेंस बुलाएँ या नजदीकी अस्पताल जाएँ।
इन मूलभूत कदमों से आप चोट को और खराब होने से बचा सकते हैं।
घर में आमतौर पर मौजूद चीज़ों से आप कई तरह की चोटों का इलाज कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, हल्की मोच के लिए गर्म पानी में नहाना या गर्म कम्बल से हल्का गर्मी देना, रक्त संचार को बेहतर बनाता है और दर्द कम होता है। लेकिन दो‑तीन दिन के बाद भी दर्द बना रहे या सूजन बढ़े, तो डॉक्टर के पास ही जाएँ।
एक बात ध्यान रखें – चोट लगते ही तुरंत दवाइयों का सेवन न करें, खासकर पेन किलर्स, जब तक डॉक्टर ने न बताया हो। कुछ दवाइयाँ रक्त को पतला कर सकती हैं, जिससे खून अधिक बह सकता है।
अंत में, चोट से बचने के लिए कुछ आसान टिप्स अपनाएँ:
- खेलते समय सही जूते और सुरक्षा गियर पहनें।
- घर के फर्श पर झुर्री या गीले पैरों से फिसलने वाली जगहों को साफ रखें।
- भारी चीज़ें उठाते समय हमेशा घुटने मोड़ें, कमर नहीं।
- वर्कआउट या योगा करते समय सही पोज़िशन पर ध्यान दें, गलत आसन से चोट लगती है।
इन छोटे‑छोटे उपायों से आप अधिकतम चोटों से बच सकते हैं और बची‑बची चोटों को जल्दी ठीक कर सकते हैं। याद रखें, सही जानकारी और समय पर की गई मदद ही चोट को बिगड़ने से रोकती है।